एमपी का सबसे बड़ा डिजिटल अरेस्ट, रामकृष्ण आश्रम के सचिव से ठगी का मामला
एमपी के ग्वालियर में एक बड़ा डिजिटल अरेस्ट मामला सामने आया है, जिसमें रामकृष्ण आश्रम के सचिव सुप्रदीप्तानंद सचिन से ठगी की गई। ठगों ने खुद को नासिक पुलिस का अफसर बताकर आश्रम के सचिव से संपर्क किया और उनके खाते में 20 करोड़ का लेनदेन होने की बात कही। ठगों ने आश्रम के सचिव को एक केनरा बैंक के अकाउंट की डिटेल भेजी, जो उनके नाम पर था। इस खाते में तकरीबन 20 करोड़ का ट्रांजैक्शन दिखाया गया। ठगों ने इसकी पीडीएफ और बैंक स्टेटमेंट की कॉपी उनके व्हाट्सएप पर भेजी। आश्रम के सचिव ने जब इस खाते को अपना नहीं बताया और इसकी गतिविधि में शामिल नहीं होने की बात कही, तो ठगों ने मामले की जांच करने की बात कही।
ठगों ने आश्रम के सचिव को बताया कि जांच के बाद अगर पैसा मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित नहीं हुआ, तो वापस कर दिया जाएगा। लेकिन जब 3 दिन के बाद पैसा वापस नहीं आया, तो आश्रम के सचिव ने क्राइम ब्रांच थाने में मामला दर्ज कराया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की और पता चला कि ठगों ने देश भर के 24 बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किए थे। पुलिस ने बताया कि अभी और 50 अकाउंट मिल सकते हैं। मामले में 10 लोगों की दो टीमें जांच में जुटी हैं। पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है और ठगों को पकड़ने की कोशिश कर रही है। एडिशनल एसपी ग्वालियर निरंजन शर्मा ने बताया कि मामले में जांच जारी है और जल्द ही ठगों को पकड़ लिया जाएगा।