इस अमावस्या को पीपल के वृक्ष की परिक्रमा करने पर होती है मनोकामना पूरी || SAGAR TV NEWS ||
सोमवार को पढ़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है। हिंदू धर्म में इस अमावस्या का विशेष महत्व होता है सोमवार क्योंकि भगवान शिव को समर्पित है इसलिए इस दिन भोलेनाथ की पूजा करते हुए महिलाएं अपने पति की दीर्घायु की कामना करती हैं और पीपल के वृक्ष में शिव जी का वास मानकर उसकी पूजा और 108 बार परिक्रमा करती हैं।सागर जिले के खुरई में सुबह से ही महिलाओं द्वारा पीपल के वृक्ष की परिक्रमा करने का सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। शहर के पठार पर स्थित महामंगला महाकाली मंदिर में लगे पीपल के वृक्ष पर सुबह से ही महिलाओं की परिक्रमा करने के लिए अच्छी खासी भीड़ देखने को मिली।