प्रदेश में निकाय चुनाव की तारीखों का ऐलान अभी नही हुआ है लेकिन सागर नगर निगम में चुनाव के लिये सियासी पारा गर्म हो रहा हैं । सागर निगम में महापौर पद के लिये सामान्य वर्ग की महिला के लिये आरक्षण होने बाद से भाजपा कांग्रेस ने ऐसे चेहरों की तलाश शुरू कर दी है जो कद्दावर होने के साथ साथ बेदाग छवि वाले सक्षम और योग्य हो । लगभग 6 लाख की आबादी और 2 लाख मतदाताओ वाली सागर नगर निगम के चुनाव पर पूरे प्रदेश की निगाहें रहने वाली है क्योंकि यह नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के गृह जिले की नगर निगम है। इसके साथ ही यह सागर स्मार्ट सिटी योजना में शामिल है।इस बार विकास योजनाओं में सीवर लाइन,.पेयजल पाइपलाइन, लाखा बंजारा झील सहित शहर का ट्रैफिक और अतिक्रमण चुनाव के मुख्य मुद्दे रहने वाले है..नगर निगम पिछले चुनावों में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित रही है। 2014 में सागर नगर निगम महापौर का आरक्षण बदला और पिछड़ा पुरुष के लिए आरक्षित हुई सीट से भाजपा के अभय दरे महापौर चुने गए थे।सागर नगर निगम की सीट अनारक्षित महिला होने के बाद से दोनों ही दलों के पदाधिकारी दावेदारी पेश कर रहे है। लेकिन कांग्रेस ने इसकी तैयारी शुरू कर दी यही और 30 दिस्मबर तक इच्छुक दावेदारों के आवेदन आमंत्रित किये है। इसको लेकर कांग्रेस नेत्री मनीषा दुबे का कहना है कि पार्टी जिस काम के लिये हमें सह प्रभारी बनाकर भेजा उसमे हम ऐसी महिला प्रत्याशी को तलाश रहे हैं जिन्होंने पार्टी के लिये काम किया हो, कांग्रेस के आंदोलन में रही हैं कांग्रेस की लड़ाई लड़ी हो जिनकी अपनी पहचान हो ऐसी महिलाओं को उनका हक दिलाएंगे ।वही भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष गौरव सिरोठिया का कहना है कि संगठन में सक्रिय, जीतने वाली और विकास करने वाली नेत्री की खोज की जा रही हैं ।फिलहाल दोनों ही दलों में दावेदारों की लंबी फौज दिखाई दे रही है। पार्टियों को प्रत्याशी चयन में काफी मशक्कत करने पड़ेगी। देखना दिलचस्प होगा कि जब पार्टिया प्रत्याशी चयन करेगी तो वह किस नेत्री पर अपना दांव लगायेंगी।