शिव-पार्वती विवाह की रस्में शुरू,लग्न पत्रिका लेकर पहुंचे श्रद्धालु || STVN INDIA || SAGAR TV NEWS |
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार महाशिवरात्रि के पर्व पर भगवान महादेव का विवाह माता पार्वती के साथ सम्पन्न हुआ था..और इसी मान्यता के तहत प्रति वर्ष महाशिवरात्रि को मंदिर में भगवान शिव पार्वती का प्रतीकात्मक विवाह कराया जाता है. महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर हर साल होने वाले शिव पार्वती विवाह की रस्में शुरू हो गयी है..सागर के रहली में महाशिवरात्रि के पर्व पर शिव-पार्वती के विवाह की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है..पंडलपुर में गणेश घाट स्थित देव बलभेश्वर मंदिर से शिव बारात निकलती है. और विलवारी पुरा स्थित देव राधाकृष्ण मंदिर पहुँचती है..जहां विवाह संस्कार होता है..पांच दिन तक चलने वाले विवाह समारोह के पहले दिन देवराधाकृष्ण मंदिर से माता पार्वती की लग्न पत्रिका लेकर भक्तगण गाजे बाजो के साथ नृत्य करते हुए बलभेश्वर मंदिर पहुँचे..जहां पर वर पक्ष के भक्तों द्वारा स्वागत सम्मान किया गया एवं मंत्रोउच्चर के साथ लग्न पत्रिका का वाचन किया गया..पंडितो ने लग्न पत्रिका का वाचन कर. वैवाहिक कार्यक्रमो की जानकारी देते हुए.. पूरी रश्मो रिवाज के साथ 11 मार्च को पाणिग्रहण संस्कार होगा