कोरोनाकाल के बाद आर्थिक तंगी से जूझ रहे सिविल इंजीनियर ने अपनी पत्नी के साथ जहर पी लिया, इतना ही नहीं अपने मासूम बेटे और बेटी का टाइल्स कटर से गला तक काट दिया। इस घटना में जहां पिता और पुत्र की मौत हो गई, जबकि पत्नी और बेटी अभी भी जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। ये सनसनीखेज मामला राजधानी भोपाल के मिसरोद इलाके से सामने आया है
पुलिस के मुताबिक रवि ठाकरे (55) पुत्र लक्ष्मण राव ठाकरे परिवार समेत 102 मल्टी सहारा इस्टेट में रहते थे। परिवार में पत्नी रंजना ठाकरे (50) , बेटा चिराग ठाकरे (16) और बेटी गुंजन ठाकरे (14) है। जानकारी के मुताबिक रोजाना की तरह शनिवार सुबह करीब 8:30 बजे तक घर का कोई सदस्य नहीं उठा। इस पड़ोसियों को शंका हुई। उन्होंने खिड़की से झांक कर देखा, तो दंग रह गए। पड़ोसियों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।सूचना पर एसपी साईं कृष्णा, एएसपी राजेश भदौरिया, एसडीओपी अमित मिश्रा और मिसरोद थाना प्रभारी निरंजन शर्मा मौके पर पहुंचे। देखा तो दरवाजा अंदर से बंद था। दरवाजा तोड़कर अंदर देखा, तो एक कमरे में रवि और रंजना ठाकरे बेहोश पड़े थे। उनके मुंह से झाग निकल रहा था। दूसरे कमरे में चिराग और गुंजन खून से लथपथ पड़े थे। पुलिस ने चारों को तत्काल अस्पताल भिजवाया, जहां डॉक्टरों ने रवि और चिराग को मृत घोषित कर दिया। वहीं, गुंजन और रंजना की हालत भी गंभीर है।मौके पर खून से सनी टाइल्स कटर भी मिली है। पुलिस का कहना है कि आशंका है कि पहले रवि और रंजना ने जहर पीया है। इसके बाद इंजीनियर ने सोते में बेटे-बेटी का कटर से गला रेता गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। बाईट बताया जा रहा हैं रवि गोविंदापुरा में निजी फर्म में सिविल इंजीनियर का काम करता था। लॉकडाउन में नौकरी छूट गई थी। रंजना भी ब्यूटी पार्लर चलाती थी, लेकिन उसका भी काम बंद हो गया। इस कारण 8 महीने से वह डिप्रेशन में थी।
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