शिलालेख पर नाम न होने और लोकार्पण में आमंत्रण न मिलने से नाराज कांग्रेस विधायक ने अपने समर्थकों के साथ सरकारी कॉलेज में प्रदर्शन कर दिया। वहीँ उच्च शिक्षा मंत्री का पुतला जलाने के दौरान पुलिस से कार्यकर्ताओं की छीना झपटी हो गयी। मामला एमपी के बैतूल का है। प्रदर्शन कर रहे बैतूल और भैंसदेही विधायक समेत अन्य कार्यकर्ताओं को पुलिस बज्र वाहन में ले गयी।
विधायक निलय डागा का आरोप है की भाजपा सांसद दुर्गादास उइके को नाम पर आपत्ति थी इसलिए प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया गया। कालेज की प्रिंसिपल ने अपनी गलती मानते हुए कहा कि जिस पार्टी की सत्ता होती है उस हिसाब से निर्देश मिलते हैं। विधायक से माफी मांग ली है।
दरअसल बैतूल के जीएच कॉलेज में साढ़े तीन करोड़ रुपए की लागत से अतिरिक्त कक्षों का निर्माण हुआ था। जिसका वर्चुअल लोकार्पण उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव और प्रभारी मंत्री इंदर सिंह परमार ने किया था। इस दौरान विशिष्ट अतिथि भाजपा सांसद दुर्गादास उइके और कॉलेज की जन भागीदारी समिति के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व सदस्यों की उपस्थिति में हुआ। लोकार्पण में शिलालेख पर भी इन्हीं सबके नाम अंकित थे। जिससे कांग्रेस विधायक निलय डागा ने नाराजगी जताई और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ जेएच कॉलेज पहुंचे। पहले प्रिंसिपल से बात की और कॉलेज परिसर में ही धरने पर बैठ गए। कांग्रेसियों ने कॉलेज के गेट पर ताला लगा दिया। 4 घंटे तक चले इस धरना प्रदर्शन में कॉलेज की प्रिंसिपल ने विधायक से माफी मांग कर उन्हें मनाने की कोशिश की लेकिन वह इस बात को लेकर अड़ गए भाजपा सांसद ने उनका नाम कटवाया है। वो माफी मांगें
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