प्रदेश में शराबबंदी को लेकर मोर्चा खोलने वाली पूर्व सीएम उमा भारती ने बड़ा बयान देते हुए अपने ऊपर पर हमले की आशंका जताई। उन्होंने कहा कि उन पर शराब माफिया का हमला होगा। वो इस तरीके से हमला करेंगे कि धर्म और जाति का भेद पैदा कर रही हूं। लेकिन ऐसा नहीं है। क्योंकि आंदोलन में कोई हिंदू-मुस्लिम और जाति भेद नहीं है।
दरअसल बेटी दिन उमा भारती अयोध्या बाईपास स्थित शराब के अहाते पहुंची थी। मंदिर के सामने शराब दुकान होने पर उन्होंने विरोध जताया साथ ही तोड़फोड़ भी की। उमा भारती ने शराब दुकान को बंद कराने की मांग की। और कहा- वो 11 से 16 के बीच में यहां आना चाहती थी, लेकिन 11 को प्रधानमंत्री का कार्यक्रम था उज्जैन में और इसके बाद बीते दिन भोपाल में अमित शाह का कार्यक्रम था। उन्होंने देश के लिए बहुत बड़े काम किए हैं। इसलिए नहीं चाहती थी कि उनके मध्यप्रदेश दौरे के समय कुछ करूं। भाजपा की कार्यकर्ता हूं। शिवराज जी की छोटी बहन हूं। उन्हें लज्जित नहीं करना चाहती थी। लेकिन जो हो रहा है, उसे देख नहीं पा रही हूं। ये दुकान मुझे छह महीने से अखर रही है, ये लोग यानि दुकानदार कोर्ट से स्टे लेकर आ गए। इन्हें लगता है मौका ही दे दिया गया है कि ये स्टे ला सकें। वो खुद भी कह रहे हैं कि रोजी रोटी का सवाल है। आगे बोली की शराब की दुकानें चलाने वाले लोगों को ताकत सत्ता से प्राप्त हुई है। इतना ही कहना है कि सत्ता अपनी दी हुई ताकत को वापस ले ले। पांच महीने का इंतजार कैसे करूं।
गौरतलब है की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती मध्यप्रदेश में शराबबंदी की लगातार मांग कर रहीं हैं। वो कई जगह विरोध प्रदर्शन कर चुकी हैं। उमा भारती ने 7 नवंबर से प्रदेश में शराबबंदी लागू होने तक घर छोड़कर शराब दुकान के सामने टेंट लगाकर रहने का ऐलान भी किया है।-
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