कुख्यात जुर्म की दुनिया में बिकनी किलर और सीरियल किलर के नाम से मशूहर चार्ल्स शोभराज को नेपाल की सुप्रीम कोर्ट ने रिहा करने का आदेश दिया है. अदालत ने शोभराज को छोड़ने का फैसला उसकी उम्र के आधार पर लिया ऐसा इसलिए क्योकि उसकी उम्र 78 साल हो चुकी थी. ओर नेपाल में उम्रकैद की सजा 20 साल की होती है.यही नहीं अदालत ने 15 दिन के अंदर उसे अपने देश वापस भेजने के आदेश भी दिए हैं.अब चलिए जानते है की उसे यह सजा क्यों मिली थीऔर उसे आखिर बिकनी किलर क्यों कहा जाता है
[: शोभराज फांस का का रहने वाला था उसकी माँ वियतनामी, पिता भारतीय थे , अमेरिकी महिला कोनी जो ब्रोंजिच की हत्या के जुर्म में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी. चार्ल्स ने 1975 में नेपाल में कोनी की हत्या कर दी थी. .शोभराज को 1976 में दिल्ली में गिरफ्तार किया गया था. उसे दिल्ली की तिहाड़ जेल में रखा गया था. 1986 में शोभराज जेल से भाग गया 1970 के दशक में चार्ल्स शोभराज ने 15 से 20 लोगों को मारा था. एक बार दो महिलाओं की लाश मिली थी और उन्होंने सिर्फ बिकिनी पहनी थी. इसलिए चार्ल्स शोभराज को बिकिनी किलर भी कहा जाता है. शोभराज को अगस्त 2003 में काठमांडू के कसीनो से गिरफ्तार किया गया था और जेल में बंद कर दिया था बाद में रिहा हो गया था इसके बाद 2014 में उसे कनाडाई नागरिक लॉरेंट कैरिरे की हत्या के मामले में दोषी ठहराया गया. इस मामले में भी उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई.
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