नाबालिक को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बचाने पर पुलिस ने महिला और दिव्यांग बुजुर्ग का किया सम्मान
रतलाम जिले के माननखेड़ा गांव में 10 वर्षीय बालिका को अपहरणकर्ताओं से बचाने में साहसिक भूमिका निभाने वाले दो रियल हीरो को रतलाम पुलिस ने सम्मानित किया है। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने माननखेड़ा गांव की साहसिक महिला कारीबाई और दिव्यांग बुजुर्ग भंवर सिंह को असली हीरो सम्मान से सम्मानित किया। गौरतलब है कि 1 मई की सुबह 9 बजे नाबालिग बालिका जब शिवमंदिर जा रही थी। तब रास्ते में दो बदमाश मोटरसायकल से पहुंचे और बालिका से छेडखानी करने लगे। दोनों बालिका को जबरन मोटरसाइकिल पर बैठाकर ले जाने लगे। बालिका द्वारा शोर मचाने पर पास ही मंदिर मे दर्शन कर रही 45 वर्षीय कारीबाई बदमाशो से भिड़ गई और बालिका को बदमाशो से छुड़ाने का प्रयास करने लगी। साथ ही कारीबाई ने मदद के लिये आवाज भी लगाई। मौके पर एक दिव्यांग व्यक्ति भंवरसिंह राजपूत भी आ गये। कारीबाई और भंवरसिह ने साहस का परिचय देकर अपह््रत बालिका को बदमाशां के चंगुल से छुड़वाया इसके साथ ही आरोपियो को पकड़कर पुलिस को सूचना दी और बदमाशों को रिंगनोद थाना पुलिस के हवाले किया गया था।