आखिर युवक को क्यों जिला अस्पताल में कटोरा लेकर करनी पड़ी इतनी बड़ी मांग देखिये
बैतूल जिला अस्पताल में आज (मंगलवार) युवक ने एक डॉक्टर के खिलाफ अनूठा विरोध प्रदर्शन किया। कथित रिश्वत मामले में डॉक्टर पर कार्रवाई न होने पर उसने जिला अस्पताल परिसर में भीख मांगी। युवक का कहना है कि डॉक्टर ने उससे दो हजार की रिश्वत मांगी थी। जिसमें से 17 सौ रूपए तो वह दे चुका है। बाकी तीन सौ रूपए वह भीख से इकट्ठा कर दे देगा। मामला पिछले 6 अप्रैल का है। बैतूल के मासोद इलाके में रहने वाले अर्जुन की 28 वर्षीय पत्नी लक्ष्मी को पेट में ट्यूमर हो गया था। जिससे वह दो साल से परेशान थी। अर्जुन ने 3 अप्रैल को पहले लक्ष्मी को ऑपरेशन के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। यहां उसके पेट में बन गए गोले को ऑपरेट कर बाहर निकालना था। पीड़ित अर्जुन के मुताबिक पत्नी को भर्ती करने के बाद उसे एक दिन तो देखा ही नहीं गया। उसके बाद डॉक्टर प्रदीप धाकड़ ने उसे उनके घर पर बुलाया और ऑपरेशन के लिए पांच हजार रूपए की मांग की।
अर्जुन ने बताया कि मेरे पास डॉक्टर को देने के लिए रूपए नहीं थे। ऐसे में मैंने दोस्तों और रिश्तेदारों से रूपए उधार लिए। इसमें भी सिर्फ 1700 रूपए ही इकट्ठा कर सका। 7 अप्रैल की दोपहर में डॉक्टर धाकड़ ने अस्पताल के ट्रामा सेंटर के अंदर ऑपरेशन थियेटर में बुलाया। वह थियेटर के पास पहुंचा तो डॉक्टर ने उसे थियेटर के पास एक कमरे में बुलाया जहां उसने डॉक्टर धाकड़ को 1700 रूपए की रिश्वत दी। इस समय उसकी डॉक्टर को बचे तीन सौ रुपए बाद में देने की बात भी हुई। यह रकम देने के बाद ही उसकी पत्नी का आपरेशन किया गया। इस मामले में अर्जुन ने कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी को मौखिक शिकायत करते हुए रिश्वत देने के दौरान बनाया गया वीडियो भी दिखाया था। जिस पर कलेक्टर ने जिला अस्पताल के सीएस डॉक्टर अशोक बारंगा को कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इस मामले में डॉक्टर प्रदीप धाकड़ से जवाब भी तलब किया गया था। लेकिन इस मामले में तीन माह बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। हालाकि डॉक्टर प्रदीप धाकड़ इस कथित रिश्वत के मामले से इनकार करते रहे हैं।
मामले में अभी तक कोई भी कार्रवाई न होने से नाराज पीड़ित युवक अर्जुन देवरे ने आज जिला अस्पताल में लोगों से एक 1 रुपए की मदद मांगी। अर्जुन का कहना है कि उसने ऑपरेशन के पहले 17 सौ डॉक्टर प्रदीप धाकड़ को दिए थे और अभी 300 सौ रूपए देना बाकी है मेरी स्थिति उसे लायक नहीं है कि मैं बचे हुए पैसे अपने पास से दे पाऊं। इसलिए लोगों से भीख मांग कर पैसे जमा कर रहा हूं। जब पैसे पूरे हो जाएंगे तो 300 रूपए डॉक्टर प्रदीप धाकड़ को मैं दे दूंगा। वहीं सीएमएचओ रविकांत उईके ने भी पीड़ित युवक अर्जुन से बात की और उन्होंने कहा है कि अभी कार्रवाई चल रही है।