सागर के फ़ेमस सीताफल के पेड़ो की नीलामी इस बार ज्यादा दामों में हुई
सागर जिले खुरई के गढ़ौला जागीर गांव के सीताफल काफी फेमस है। यहां के सीताफल की मांग आसपास के क्षेत्रों के अलावा आसपास के जिलों में भी होती है। इस साल बारिश अच्छी होने के कारण सीताफल की पैदावार भी अच्छी हुई है। पिछले साल की अपेक्षा इस साल सीताफल के पेड़ो की नीलामी भी ज्यादा दामों में हुई है। खुरई वन विभाग परिसर में सीताफल के 19 हजार 546 पेड़ों की नीलामी हुई। खुरई वन विभाग परिसर में गढ़ौला जागीर के प्रसिद्ध सीताफल के पेड़ों की नीलामी रखी गई थी। जिसमें वन सुरक्षा समिति अध्यक्ष दिलीप सिंह राजपूत, रेंजर चंद्रभूषण सिंह ठाकुर के समक्ष नीलामी शुरू हुई थी। बीट प्रभारी अंकुर सिंह राजपूत ने बताया कि गढ़ौला जागीर क्षेत्र में 19 हजार 546 पेड़ों की नीलामी रखी गई थी।
नीलामी में 20 लोग शामिल हुए थे। जिसमें नारायण सिंह लोधी ने सबसे ज्यादा बोली लगाई। उन्होंने 3 लाख 21 हजार में सीताफल के पेड़ नीलामी में लिए हैं। पिछले साल कम बारिश होने के कारण 2 लाख 15 हजार का ठेका हुआ था। खुरई रेंजर चंद्रभूषण सिंह ठाकुर ने बताया कि 60 हेक्टेयर के एरिया में फैले गढ़ौला जागीर में सदियों से सीताफल की प्राकृतिक तरीके से खेती हो रही है। यहां सीताफल के 19 हजार से ज्यादा पेड़ हैं। जुलाई-अगस्त महीने से ही इन पेड़ों में फल आने शुरू हो जाते हैं और दीपावली के बाद बिकने भी शुरू हो जाते हैं। इस फल का सिर्फ एक महीने का ही सीजन होता है।