शिव धाम कुंडेश्वर में मोनिया नृत्य का मेला ,बुंदेलखंड की शान मोनिया नृत्य का अद्वितीय आयोजन
एमपी के टीकमगढ़ जिले के बुंदेलखंड की पर्यटन और धार्मिक नगरी शिव धाम कुंडेश्वर में दीपावली के बाद मौनी परम पर गोवर्धन पूजा के साथ मोनिया नृत्य की शुरुआत होती है। ग्रामीण अंचलों में लोग हाथों में लाठी, डंडे और मोर पंख लेकर ढोल-नगड़िया की थाप पर नाचते हुए गांव से निकलते हैं। और 12 गांवों की परिक्रमा करते हुए कुंडेश्वर महादेव मंदिर पहुंचते हैं। यहां बुंदेलखंड के विभिन्न जिलों और उत्तर प्रदेश के महोबा, झांसी, ललितपुर जिलों से आए। हजारों लोग मोर पंख और लाठी लेकर ढोलक और नगड़िया की थाप पर दिवारी गीत गाते हुए नृत्य प्रस्तुत करते हैं।
मंदिर में वे भगवान शिव के दर्शन-पूजा कर अपने सामने नृत्य करते हैं। और बधाई, बरेदी, चाचर नृत्य करते हुए दिवारी गीत गाते हैं। कुंडेश्वर में मोनपरमा पर मोनिया नृत्य देखने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं। और लोग आते हैं। और यहां मोनिया का मेला लगता है। जिले में मोनिया नृत्य दिवाली की रात से शुरू होकर देव उठनी ग्यारस तक चलता है।