MP | थर्मल इमेजिंग और इंफ्रा रेड सेंसर युक्त कैमरों से लैस हुआ पन्ना रिजर्व में नाईट विजन ड्रोन।
पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है एक समय जब टाइगर रिजर्व बाघ विहीन हो चुका था और अब यहां पर 70 से भी अधिक बाघ हो चुके हैं जिस को ध्यान में रखते हुए इन बाघों की सुरक्षा पुख्ता करना भी विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई थी इसी को ध्यान में रखते हुए अब टाईगर रिजर्व में और भी आधुनिक तकनीकों का प्रयोग किया जा रहा है पन्ना टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक का कहना है कि हमारे पास पूर्व में जो ड्रोन उपलब्ध हैं वह सिर्फ दिन के उजाले में ही काम करने में सक्षम हैं साथ ही उनकी क्षमता भी 2 किलोमीटर की ही है ऐसे हालात में शाम होने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रखने केन नदी के 55 किलोमीटर के क्षेत्र सहित सुदूर सघन वन क्षेत्र की निगरानी में समस्या हो रही थी इसी को देखते हुए नाइट विजन ड्रोन को दस्ते में शामिल किया गया है इस ड्रोन में थर्मल इमेजिंग और इंफ्रारेड सेंसर लगे हुए है थर्मल इमेजिंग सेंटर क्षेत्र में मौजूद वनस्पति वन्य प्राणी व इंसानों की शरीर की गर्मी के आधार पर उनकी लाल और हरे कलर की इमेज बनाएंगे इसी प्रकार इन्फ्रा रेड तकनीकी आसपास मौजूद जीवो की ब्लैक एंड वाइट तस्वीर देगी