बंडा में पंचायत भवन निर्माण के साथ दुकानों का भी गुपचुप तरीके से हुआ निर्माण सीईओ की भूमिका संदिग्ध
सागर जिले के बंडा में नए जनपद पंचायत भवन के साथ ही परिसर में मन माने पूर्ण ढंग से मार्केट का निर्माण भी कर दिया गया। इस मार्केट निर्माण में तत्कालीन सीईओ की भूमिका संदिग्ध नज़र आ रही है क्योंकि इसका भूमि पूजन सीईओ सुरेंद्र खरे द्वारा स्वंय किया गया था और अब इस मार्केट निर्माण के संबंध के कोई भी कागजात जनपद पंचायत कार्यालय में मौजूद नहीं है। वहीं तत्कालीन सीईओ सुरेंद्र खरे इस पूरे मामले से पल्ला झाड़ते नज़र आ रहे हैं। उनका कहना है कि जनपद पंचायत के स्टाप ने चंदा एकत्र करके मंदिर का निर्माण कराया है लेकिन अपूर्ण मंदिर के नीचे दो दुकानें बनाई गई है उसका निर्माण किसके द्वारा किया इसके बारे में कुछ नहीं बताया।दुकानों का निर्माण हो जाने के बाद गुपचुप तरीके से जनपद पंचायत के स्टाप के परिजन और सचिवो के परिजनों को ये दुकानें दे दी गई। ये दुकानें बेची गई है या किराए से दी गई है इस प्रकार की कोई भी जानकारी अब जनपद पंचायत में नही है। कोई की इसका किराया जनपद पंचायत को नहीं जा रहा है। आखिर जनपद पंचायत बंडा की ज़मीन पर दुकानों का निर्माण कैसे हो गया? और इन दुकानों को किसने बेचा या किराए से दिया है इससे जुड़ी कोई जानकारी जनपद पंचायत में नहीं है। आखिर कौन जनपद पंचायत की सरकारी जमीन पर दुकानों का निर्माण करके इसका पैसा हजम कर रहा है। यह बड़ा प्रश्न बना हुआ है।दुकानदार भी इस बारे में कुछ भी कहने से बच रहे हैं। वहीं इस सबंध में पूर्व जनपद पंचायत अध्यक्ष देव प्रशांत ने भी इसकी शिकायत कलेक्टर कमिश्नर से की है।