पुलिस का मानवीय चेहरा आया सामने,टीवी की बीमारी से गयी जान चंदा कर गांव भेजने की व्यवस्था
छतरपुर मे वर्दी पहने पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया हैं जब यूपी के चित्रकूट से आये बेटे की मौत होने पर बस स्टैड पर शव को रखकर रो रहे थे तभी कुछ टैक्सी चालको ने यातायात के हेड कॉन्स्टेबल धमेन्द्र यादव को जानकारी दी तुरंत ही धमेंद्र यादव बस स्टैड पर पहुंचे और टीवी की बीमारी से मौत पर रो रहते बेटे के माता पिता से उन्हे जाने की बात पूंछी तो उन्होने घर जाने के लिये रूपये नही होने की बात कही,गरीब माता पिता इस आस मे थे कि उनकी कोई सहायता करके उनके मृत बेटे के शव तक गांव तक भेजवा दे ,मृत बेटे की माता पिता की सहायता करने आये हेड कांस्टेबल धमेन्द्र यादव ने तत्काल ऐम्बुलेंस को बुलाया और उसमे मृत बेटे का शव रखवाया गया और ऐम्बुलेंस के किराये के लिये हेड कांस्टेबल ने पांच हजार रूपये दिये और फिर टैक्सी चालको और कुछ और लोगो ने जन सहयोग कर इकट्ठा की गई राशि मृत बेटे के परिजनो को देकर उन्है उनके गांव रवाना करवाया।घटना की जानकारी बस स्टैंड ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक आरक्षक धर्मेंद्र यादव को लगी तो धर्मेंद्र ने मानवता के नाते अपनी जेब से 7 हजार रुपए दिए तो वहीं अन्य लोगों ने बस स्टैंड पर तौलिया (कपड़ा) बिछाकर चंदा जुटाया और अंत्येष्टि के लिए पैसे जुटाकर मृतक के परिजनों को दिए गए। तब कहीं जाकर मृतक के शव को एंबुलेंस में रखकर उसके घर भिजवाया जा सका।