घोड़ी पर सवार होकर निकली दुल्हन दूल्हे ने भी नहीं लिया दहेज़
कहते हैं ज़माना बदल गया लोगों की सोच बदल गयी। तभी तो नयी सोच के तहत बेटियां भी अब अपनी शादी में घोड़ियों पर सवार होकर निकल रही हैं। फिर ऐसा ही नज़ारा इंदौर जिले के बेटमा-देपालपुर से भी सामने आया। जहाँ बोरिया गांव में दुल्हन घोड़ी पर बैठी। जब दूल्हे की तरह सजी-धजी बैठी दुल्हन अस्मिता पटेल माता पूजन के लिए गांव की गलियों से गुजरी। तो वही दूल्हे के परिजन ने भी दुल्हन ही दहेज वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए दहेज नहीं लिया। इस दौरान लोग जमकर थिरकते नज़र आये। दरअसल बोरिया गांव के पटेल सुजानसिंह की परपोती अस्मिता जितेंद्र पटेल की शादी मयंक डोड निवासी मोटी कडोद (धार) के साथ हुई। दुल्हन के भाई अन्नू मकवाना के मुताबिक शादी के दौरान दूल्हा ही घोड़ी पर निकलता है। बेटे और बेटी में समानता रखते हुए स्वजन द्वारा बेटी अस्मिता को घोड़ी पर बैठाया और आरती उतारी। परिजन का कहना है। कि बेटियां बेटों से कम नहीं हैं और कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। इसलिए उनकी तरफ से यह पहल की गई है जिससे लोग समाज में लड़कियों को बराबरी का मान-सम्मान दें।