सागर-इस महिला की दोनों किडनियां फेल लेकिन जिंदगी जीने का जज्बा देखिये
कहते हैं कि आपमें जिंदगी जीने का जज्बा हो तो बड़ी से बड़ी मुसीबतों को आसानी से हराया जा सकता है। ये कहानी ऐसी ही महिला के जज्बे की है। सागर की पुष्पा साहू। उम्र 36 साल। दोनों किडनियां फेल हो चुकी हैं। पिछले पांच सालों से इलाज चल रहा है। ढाई सालों से डायलिसिस के दम पर सांसों की डोर थामें हैं। कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमित हुई तो 7 दिनों में कोरोना को मात देकर घर लौट आई। उसने हिम्मत नहीं हारी। पुस्पा कहती हैं की सभी की लाइफ में मुसीबतें आती रहती हैं। इसका मतलब ये नहीं कि हम मुसीबतों से घबराकर जिंदगी जीना ही छोड़ दें। अपने बच्चों और परिवार के लिए आखिरी सांस तक जिंदगी को जज्बे के साथ जीना चाहिए। कुछ भी हो जाए कभी हिम्मत नहीं हारना चाहिए