खुरई में डोहेला महोत्सव का जलवा एक से बढ़कर एक प्रस्तुति से दर्शक मंत्रमुग्ध || SAGAR TV NEWS ||
सागर जिले के खुरई में इन दिनों डोहेला महोत्सव की धूम देखने को मिल रही है। किला परिसर में आयोजित इस समारोह में दूसरे दिन विख्यात पार्श्व गायिका आकृति कक्कड़ ने अपने मशहूर गीतों से समां बांध दिया। आकृति का लाइव कार्यक्रम देखने शहर के दर्शकों का उत्साह देखते ही बनता था। एक से एक लोकप्रिय गीतों ने दर्शकों को झूमने के लिए मजबूर कर दिया। मंत्री प्रतिनिधि लखन सिंह और खुरई के गणमान्य प्रतिनिधियों ने सरस्वती पूजन के बाद आकृति कक्कड़ को गुलदस्ता भेंट कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया था। आकृति की पहली प्रस्तुति लग जा गले कि फिर ये हंसीं रात हो न हो थी। उसके बाद एक के बाद एक दमदार प्रस्तुति से माहौल बदल दिया। वहीँ चार दिवसीय डोहेला महोत्सव के पहले दिन भोलेनाथ के भक्त भजन गायक हंसराज रघुवंशी ने अपनी प्रस्तुति दी थी। भजनों से पूरा माहौल शिवमय हो गया था। उनके भजन जय शिवशंकर हरिओम से कार्यक्रम की शुरूआत हुई । उसके बाद शिव कैलाश के वासी, शिव समा रहे हैं और मैं शून्य हो रहा हूँ, लागी मेरी तेरे संग लगन ओ मेरे शंकरा, ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया और महादेव के हम दीवाने जैसे भजनों की प्रस्तुति दी थी।