सागर-आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से नहीं मिले मुख्यमंत्री, लू के थपेड़ो में हक के लिए धरने पर
अप्रैल की भीषण गर्मी में जून की रोटी का संघर्ष करते आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ के 31 दिन पूरे हो गए है, सागर शहर के तीन मढ़िया के पास वे चिलचिलाती धूप में पंडाल के नीचे हड़ताल पर बैठी है, मंगलवार को इनका प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री से मुलाक़ात करने भोपाल भी पहुँचा था, 4 घंटे के लंबे इंतजार के बाद भी सीएम से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई, जिसको लेकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ में आक्रोश है, उनका कहना है की जब नारी सकती सरकार बनवा सकती है तो वह सरकार पलटा भी सकती है।
दरअसल अपनी लंबित मांगो के निराकरण को लेकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता 7 मार्च से अनिश्चितकाल हड़ताल पर बैठी है, इस समय दिन का पारा 41 डिग्री के करीब जा रहा है, लोगो को अपने घरो दूकान दफ्तरों में कूलर पंखे में भी बेचैनी हो रही है, ऐसे समय में लू के थपेड़ो को सहती ये कार्यकर्ताएं अपने छोटे छोटे बच्चो को लेकर रोज प्रदर्शन में शामिल होने पहुँचती है। दिन भर पर एक पंडाल के नीचे बैठती है ताकि सरकार उनकी मांग पर जल्द विचार करें।
संगठन की संभागीय अध्यक्ष लीला शर्मा ने कहा कि समूचे प्रशासन को प्रत्येक विषय पर जानकारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा ही दी जाती है, सरकार की सभी योजनाओं को लागू कराने में और संचालित करने में आंगनबाड़ी कर्मियां की महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, लेकिन इस काम के एवज में आंगनबाड़ी कर्मियों को दिये जा रहे मानदेय की राशि बहुत कम है। इसके अलावा सभी कार्यकर्ता, सहायिकाओं को नियमित किया जाए. राज्य शासन कर्मचारी घोषित किया जाए।