सागर-स्वर्ग रथ से हजारों लोगों को मुक्तिधाम पहुचाने वाले अलाउददीन खान हुए अलविदा
बदलते परिवेश में अब किसी के निधन होने पर मुक्ति रथ या स्वर्ग रथ का प्रचलन तेजी से बढा है। सरकार और सामाजिक संगठनों ने इसकी उपयोगिता को समझा आज शहरों में ये वाहन दिख जाएंगे। सागर में अपनत्त्व सेवा समिति ने कुछ साल पहले अंतिमयात्रा ले जाने के लिए वाहन उपलब्ध कराया था। यह स्वर्ग रथ बड़ा व्यवस्थित बना था। पिछले चार साल से इसे अलाउद्दीन खान (मद्दे ड्राइवर) चला रहे थे। अपने व्यवहार और सजगता से लोगो के बीच लोकप्रिय थे। कल सोमवार की शाम को उनका निधन हो गया। शहर में शोक की लहर फेल गई। लोगो को उनके द्वारा की मदद याद आयी। खासकर कोरोना काल के दौरान मुक्तिधाम तक अंतिम यात्रा पूरी करने को लेकर। अलाउद्दीन खान को आज उसी स्वर्गरथ से वाहन से कब्रिस्तान ले गए ।जिसको वे चलाते थे। सेकड़ो लोगो ने नम आंखों से याद किया।