सागर-मंत्री के भाई हीरा सिंह राजपूत कैसे बने जिपं अध्यक्ष के प्रबल दावेदार देखिए
सागर-मंत्री के भाई हीरा सिंह राजपूत कैसे बने जिपं अध्यक्ष के प्रबल दावेदार देखिए
सागर में जिला पंचायत चुनाव में पिछले एक हफ्ते में बदले समीकरणों से मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के परिवार में लगभग 18 साल बाद फिर से जिला पंचायत अध्यक्ष का पद मिलना लगभग तय माना जा रहा है, इसके पहले राजपूत परिवार से साल 1999 से 2004 तक सविता गोविंद सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं,
4 जून तक हीरा सिंह राजपूत के जिला पंचायत सदस्य बनने तक की चर्चा तक नहीं थी। ऐसे में अचानक से उनके द्वारा जिला पंचायत सदस्य का नामांकन करने और फिर निर्विरोध होने की पटकथा भी बीते 6 दिनों में ही लिखी गई। इस दौरान अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार हीरा सिंह के लिए भाजपा के दिग्गज नेता पूर्व विधायक हरवंश सिंह राठौर और मंत्री भूपेंद्र सिंह के भतीजे का भी समर्थन प्राप्त हुआ है,
दरअसल, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि अशोक सिंह बामोरा ने इस बार अपनी पत्नी और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष दिव्या सिंह का फॉर्म जिले के वार्ड क्रमांक-1 से भरवाया था। उन्होंने अपने लिए सुरखी विधानसभा क्षेत्र में आने वाला वार्ड नंबर-4 चुना था। इसके लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू होने के पहले ही उन्होंने राजस्व मंत्री के भाई हीरा सिंह राजपूत से भी बात कर ली थी। हीरा सिंह ने भी स्वीकृति देते हुए उनकी हरसंभव मदद की बात कही थी। इसी बीच नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के बामोरा परिवार से दो की जगह 5 सदस्य चुनाव लड़ने के लिए सामने आ गए। अशोक सिंह के ही चचेरे भाई पृथ्वी सिंह और उनकी पत्नी सविता सिंह ने भी जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली थी। नोड्यूज भी बनवा लिए थे। वह भी अध्यक्ष पद की दावेदारी कर रहे थे। इसी बीच 3 जून को हीरा सिंह और अशोक बामोरा के बीच हुई चर्चा में यह बात निकलकर सामने आई कि बामोरा परिवार के बीच अध्यक्ष पद को लेकर आपसी सहमति नहीं बन पाई है। इस पर हीरा सिंह के चुनाव लड़ने की बात आई तो अशोक सिंह ने कहा अगर आप लड़ना चाहें तो लड़ सकते हैं। 3 जून को हीरा सिंह राजपूत ने चुनाव लड़ने के लिए जरूरी नोड्यूज बनवाते हुए अन्य दस्तावेज भी तैयार करवाना शुरू कर दिया। हीरा सिंह राजपूत ने जब तक नामांकन दाखिल किया तब तक बामोरा परिवार में सहमति भी बन गई थी और अंतिम दिन पृथ्वी सिंह और सविता सिंह ने अपने नामांकन नहीं भरे।
वही इसके पहले बीजेपी में आने से पहले परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत कांग्रेस के कार्यकाल में खुद जिला पंचायत के सदस्य रहे. वहीं, उनकी पत्नी सविता गोविंद सिंह सागर जिला पंचायत की अध्यक्ष रहीं. परिवहन मंत्री के बड़े भाई गुलाब सिंह राहतगढ़ जनपद के अध्यक्ष रह चुके हैं