सराहनीय है इस स्कूल का नियम, फ़ालतू बिजली जलती मिलने पर लगता है जुर्माना || SAGAR TV NEWS ||
अक्सर जिम्मेदार लोग सरकारी भवनों स्कूल या अन्य जगहों पर पंखे लाइटें चालु छोड़ देते हैं। जिससे बिजली की बर्वादी होती है। लेकिन एमपी का एक स्कूल ऐसा भी है। जहाँ बिजली की फिजूलखर्ची रोकने और बिजली बचाने सख्त नियम बनाया है। जो इसका उल्लंघन करता है उसे जुर्माना भरना पड़ता है। चाहे वह छात्र हो, स्कूल का शिक्षक या फिर प्रिंसिपल ही क्यों न हो। तस्वीरें बैतूल जिले के घोड़ाडोंगरी के सरकारी गर्ल्स स्कूल की हैं। जहां आयोजित की गई बाल सभा में एक दिन बिजली बचाने के लिए निर्णय लिया गया था कि जिस किसी भी खाली क्लास रूम के पंखे या बिजली जलती हुई पाई जाएगी। तो उस क्लास की हर छात्रा को एक रुपया जुर्माना देना होंगा। यही नियम शिक्षक और प्राचार्य पर भी लागू होगा। इसके बाद एक दिन जब कक्षा 12 वीं कला संकाय की खाली क्लास में लाइट, पंखे चालू मिले तो सभी छात्राओं से एक-एक रुपए जुर्माना वसूला गया। इकट्ठी हुई 52 रूपए की राशि एफके खाते में जमा की गई। यही नहीं कई बार शिक्षक और प्राचार्य को भी जुर्माना भरना पड़ा है। प्राचार्य विवेक तिवारी के कक्ष में न होने पर छात्रों ने शिकायत की थी। नियम का उल्लंघन करने पर प्राचार्य ने भी अपनी गलती मानी और 100 रुपए का जुर्माना भरा था। प्राचार्य विवेक तिवारी ने बताया कि बिजली बचाने के लिए यह निर्णय लिया है।