स्कूल का भवन जर्जर घुस आते हैं सांप-बिच्छू, 50 मीटर दूर लगता है स्कूल !
स्कूल के जर्जर भवन में जहरीले सांप और बिच्छू घुस आते हैं जिस वजह से 50 मीटर दूर पेड़ के नीचे स्कूल चल रहा है। हम बात कर रहे हैं मुरैना जिले के पोरसा तहसील स्थित तेहरा गांव की। जहां प्राथमिक स्कूल का भवन जर्जर होने और आस पास खड़ी घास से इतना खतरनाक हो चुका है। कि स्कूल के शिक्षक इस भवन में बच्चों को ले जाने के बजाए स्कूल से दूर पेड़ के नीचे कक्षाएं लगा रहे हैं। यह आलम पिछले करीब तीन सालों से है। बता दें कि डोंडरी पंचायत के प्राथमिक स्कूल तेहरा का भवन जर्जर होने से इसमें दरारें आ चुकीं हैं। कभी भी छत का प्लास्टर नीचे आ गिरता है। आस पास घास होने की वजह से इसमें सांप बिच्छू भी घुस आते है। जिससे मासूम बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए शिक्षकों ने कक्षाओं को भवन से दूर पेड़ के नीचे लगाना ठीक समझा। किन हालातों में स्कूल चल रहा है इसकी सुध जिम्मेदार अधिकारियों को नहीं है। गौरतलब है की तेहरा गांव के प्राथमिक स्कूल का भवन 1998 में तैयार किया था। जो अब पूरी तरह से जर्जर हालत में है। स्कूल भवन गांव से करीब 300 मीटर दूर एकांत में खेतों के पास बना है। छत का प्लास्टर टपकने से सरिये निकल आए हैं। जगह-जगह दरारें भी पड़ चुकीं है। वहीं सबसे ज्यादा डर सांप बिच्छू और अन्य जहरीले जीवो का रहता है। जिससे इस तरह स्कूल संचालित हो रही है। यहां वर्तमान में 30 बच्चे हैं। जो पानी भी घर से लाते हैं। आप सकोह सकते हैं बारिश में क्या होता होगा। वहीं नलजल योजना का प्लेटफार्म भी अधूरा जो कभी हो धराशाई हो सकता है।