मंत्री का विवादित बयान,आदिवासियों का पलायन ट्रेडिशनल, इसे बलपूर्वक नहीं रोक सकते ! | SAGAR TV NEWS |
अपने अलग अंदाज़ को लेकर चर्चाओं में रहने वाले लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव का विवादित बयान सुर्खियों में हैं। एमपी के झाबुआ में बयान देते हुए उन्होंने मजदूरी के लिए आदिवासियों के पलायन को परंपरागत (ट्रेडिशनल) बताया। मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि मजदूर अगर अन्य राज्यों में जाते हैं तो ये परंपरागत है इसे बलपूर्वक नहीं रोक सकते। साथ ही उन्होंने मनरेगा जैसी योजनाओं में बेहतर काम कर स्थानीय स्तर पर रोजगार मुहैया कराने की बात कही है। प्रदेश के अधिकांश आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में एक ओर जहां रोजगार का भारी अभाव हो चला है। वहीं दूसरी तरफ मजदूरों को स्थानीय स्तर पर मनरेगा जैसी योजनाओ में भ्रष्टाचार और आंकड़ों की जादूगरी की जा रही है। स्थानीय स्तर पर मजदूरों को काम दिलाने की अनदेखी की वजह से लाखों आदिवासी काम के अभाव में पलायन कर रहे है। आदिवासी मजदूर गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में मजदूरी के लिए पलायन करते है। इन आदिवासी मजदूरों की मजबूरी समझने वाला कोई नहीं है। दरअसल मंत्री गोपाल भार्गव मुख्यमंत्री जन कल्याण योजना शिविर की समीक्षा करने बीते दिन झाबुआ पहुंचे थे। जहां उन्होंने आदिवासियों के पलायन को परंपरागत ट्रेडिशनल बताते हुए विवादास्पद बयान दिया। उन्होंने ये भी भी माना कि रोजगार उपलब्ध कराने में कहीं ना कहीं कमी है। मनरेगा जैसी योजनाओं पर और अधिक ध्यान देकर काम करने की जरूरत है।--------