बाढ़ में फंसे जानवरों को बचाने आगे आये लोग देशी जुगाड़ से निकाला सुरक्षित
बारिश के बाद आयी बाढ़ से इंसान ही नहीं बल्कि जानवर भी मुश्किल में हैं। हम बात कर रहे हैं। एमपी के नरसिंहपुर की जहां देशी जुगाड़ की नाव से 70 मवेशियो की जान बचाई गयी। 6 जानवरो की मौत हो गयी है। आपको तस्वीरों में नज़र आएगा की जानवरों को बचाने लोगों ने किस तरह से रेस्क्यू किया और जो भी सामना मिला उसके सहारे पशुओं की जान बचाई। जानकारी के मुताबिक गाडरवारा शहर के पास स्थित बगदरी गांव की गौशाला में लगभग 230 जानवर रहते हैं। अचानक बाढ़ का पानी गौशाला के अंदर घुस गया। जिससे गौशाला की दीवार का एक हिस्सा गिरने से 6 मूक जानवरों की भूसा में दबने से दर्दनाक मोंत हो गई और कुछ जानवर घायल भी हुए देर रात गौशाला में रहने वाले बालक महंतदास ने परेशान होकर गौ सेवक और शासन प्रशासन से सोशल मीडिया पर मदद की गुहार लगाई। उसके बाद सुबह मदद के लिए स्थानीय लोग और कई गौसेवक मदद के लिए मोके पर पहुँचे। लेकिन शासन प्रशासन की ओर से नहीं पहुंचा। जिससे स्थानीय लोगों में काफी नराजगी देखी गयी। बाढ़ से काफी नुकसान हुआ है।
सागर जिले के बीनो में भी कोरोना के मरीज निकलकर आमने आ रहे हैं। स्टेशन रोड के गांधी तिराहा पर स्थित एक निजी क्लिनिक के डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव निकला है जिसके बाद प्रशासन ने कन्टेनमेट एरिया बनाकर घर के सदस्यों को 14 दिनों के लिए होम क्वारेंटाईन कर दिया गया है। उस एरिया में सेनेटाइज किया गया। सिविल अस्पताल के डॉ. अवतार सिंह ने बताया कि निजी क्लिनिक के डॉक्टर के घर पर एक महिला खाना बनाने आती थी। जो और भी कई घरों में खाना बनाने जाती है। तो वहीं डॉ. भी मरीजों का इलाज करते थे। इनकी कॉन्ट्रेक्ट हिस्ट्री बहुत लंबी है। गौरतलब है। कि बीना में अब तक 42 कोरोना पॉजिटिव के मरीज हो चुके हैं। जबकि कोरोना से 6 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बाद भी कुछ लोग लगातार लापरवाही कर रहे हैं।