सागर-बीच सड़क पर हुए प्रदर्शन के बाद पहुंची पुलिस,कुछ ये है मामला || SAGAR TV NEWS ||
सागर जिले के खिमलासा थाना इलाके में उस समय हंगामा हो गया। जब दर्जनों की संख्या में लोगों ने सड़क पर महिला की डेड बॉडी रखकर प्रदर्शन किया। साथ ही मर्डर किये जाने के आरोप लगाते हुए कार्यवाई की बात कही। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाइश दी। दरअसल खिमलासा के खड़ेसरा गांव में बीते महीने 7 नवंबर को जमीनी विवाद को लेकर दो पक्षों में संघर्ष हो गया था। जिसमे एक ही पक्ष के लोग घायल हुए थे। जिसमें इलाज के दौरान जिला अस्पताल में 37 दिन बाद 52 साल की रूपरानी अहिरवार की जान चली गई। जिससे गुस्साए परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए खिमलासा के मुख्य चौराहे पर डेड बॉडी रखकर जाम लगा दिया और न्याय की मांग की। परिजनों का आरोप है कि समय रहते पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। इसी से लोगों ने जाम लगाया था। जिससे खुरई, बीना, मालथौन सड़क पर वाहनों की लंबी लाइन लग गई थी। बताया गया की प्रानसिंह अहिरवार खडेसरा का निवासी है जो किसानी का काम करता है। उसका खेत पठार में है। जिसको लेकर खिमलासा के राघवेन्द्र सिंह राजपूत से विवाद चल रहा है। जब 7 नवंबर को उसकी पत्नी प्रीति, मां रूपरानी, भाभी आरती खेत की मेड का चारा काट रही थी। तभी राघवेन्द्र, विजय पटवा समेत तीन अन्य लोगों ने उन पर ट्रैक्टर चढाने की कोशिश की। किसी तरह बचे तो लाठियों से हमला किया। जहां प्रीति और रूपरानी अहिरवार घायल हुई थी। जिनमें रूपरानी की हालत नाजुक होने से उन्होंने दम तोड़ दिया। तब राघवेन्द्र सिंह, विजय पटवा, शिवम पटवा, मोनू राजपूत और नीरज राजपूत के खिलाफ कई धाराओं समेत एससी एस टी एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ था। वहीं प्रदर्शन के दौरान एसडीओपी प्रशांत सुमन ने परिजनों से चर्चा की। जहां परिजनों ने कार्यवाई की मांग कर राहत राशि की मांग की। वहीं एसडीओपी के आश्वासन के बाद करीब दो घंटे बाद जाम खुल सका।--------