किसी भी कीमत पर मानने तैयार नहीं संविदा कर्मी, जब तक मांगे नहीं मानी जाएंगी ! || SAGAR TV NEWS ||
नियमितीकरण की मांग को लेकर स्वास्थ्य कर्मी धरने पर बैठे हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ ग्रामीण अंचलों में स्वास्थ्य सेवाएं बेहाल नज़र आ रही है जिससे मरीज परेशान हो रहे हैं। तस्वीरें एमपी के शिवपुरी की हैं। दरअसल प्रदेश भर में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी इन दिनों हड़ताल पर हैं। उनकी प्रमुख मांग है कि उन्हें नियमित किया जाए। क्योंकि 20 साल से स्वास्थ्य विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे इन संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों का कहना है कि अब उनके पास दूसरी नौकरी ढूंढने का भी अवसर नहीं बचा है ऐसे में उन्हें नियमित किया जाए जिससे उनका भविष्य अंधकार में ना हो। संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से जिले भर में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से चरमरा गई हैं। गर्भवती महिलाओं की जांच से लेकर टीकाकरण समेत आयुष्मान कार्ड और अन्य योजनाओं पर भी ग्रहण लग चुका है। संविदा कर्मियों का कहना है की 11 दिन बीत गए। लेकिन प्रदेश सरकार समेत अधिकारियों ने उनकी सुध नहीं ली। इसलिए वे आमरण अनशन पर बैठे हैं जब तक उन्हें नियमित नहीं किया जाएगा वह काम पर वापस नहीं लौटेंगे। किसी भी कीमत पर। तो इस हड़ताल का असर अब स्वास्थ्य केंद्रों पर भी दिखने लगा है सतनवाड़ा बीएमओ का कहना है कि संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल से टीकाकरण से लेकर आसमान कार्ड और अन्य जांच प्रभावित हो रही है ऐसे में प्रदेश सरकार को कोरोना वायरस को देखते हुए जल्द से जल्द इनकी मांगों पर गौर करना चाहिए।--------