डॉक्टर आकांक्षा ने किया सुसाइड, फोन पर बोली- डैडी, अब स्ट्रेस नहीं झेला जाता यहां 40 घंटे कराते है ड्यूटी
Stvn Crime Desk भोपाल के हमीदिया अस्पताल की डॉक्टर आकांक्षा माहेश्वरी ने पेन किलर और एनेस्थीसिया के इंजेक्शन लेकर सुसाइड कर लिया। आकांक्षा ने सुसाइड से पहले पेरेंट्स को बताया था कि उनसे 40-40 घंटे ड्यूटी कराई जा रही है। इसे लेकर आकांक्षा के पिता अरविंद माहेश्वरी उम्र 24 साल ने गांधी मेडिकल कॉलेज (हमीदिया) मैनेजमेंट पर गंभीर आरोप लगाए हैं।उन्होंने कहा, सुसाइड से पहले बेटी ने फोन कर बताया था कि वह बहुत परेशान है। वो हमेशा वर्क प्रेशर की बात करती थी। अक्सर कहती थी कि पापा अब नहीं झेला जाता। मैं पढ़ाई छोड़ने के लिए तैयार हूं। आकांशा ने बुधवार को हॉस्टल में सुसाइड किया था। वह गांधी मेडिकल कॉलेज से पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट में पीजी कर रही थीं। वह फर्स्ट ईयर में थीं। बता दे की पुलिस को ढाई-ढाई एमएल के एनेस्थीसिया इंजेक्शन की 4 खाली शीशी, 50 एमजी का पेन किलर का खाली इंजेक्शन और सीरिंज मिलीं। ये इंजेक्शन वह एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट से लाई थीं। आकांक्षा ने इन्हीं इंजेक्शन से सुसाइड किया। मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें आकांक्षा ने लिखा- मैं इतनी मजबूत नहीं हूं, इतना स्ट्रेस झेल नहीं पा रही हूं। मम्मी-पापा सॉरी। दोस्तों को भी सॉरी। प्यार देने के लिए धन्यवाद। मैं स्ट्रॉन्ग नहीं हूं। मैं व्यक्तिगत कारणों से यह कदम उठा रही हूं। आकांक्षा ने ग्वालियर के गजराराजा मेडिकल कॉलेज से पिछले साल ही MBBS पूरा किया था। वे ग्वालियर के दीनदयाल नगर इलाके के आदित्य पुरम की रहने वाली थी। बुधवार सुबह 7 बजे उन्होंने अपने डिपार्टमेंट में फोन कर बताया कि तबीयत खराब है, ड्यूटी पर नहीं आऊंगी।