आर्मी जवान के सीने में धड़केगा व्यवसायी का दिल, 6 लोगों को दे गए जीवनदान
आर्मी जवान के सीने में धड़केगा व्यवसायी का दिल, 6 लोगों को दे गए जीवनदान
आर्मी जवान के सीने में धड़केगा व्यवसायी का दिल मरकर 6 लोगों को जीवनदान
एक ब्रेन डेड शख्स अपने जीवन का त्याग कर 6 लोगों को नया जीवन दे गया। व्यवसाई का दिल अब आर्मी जवान के सीने में धड़केगा। वायुसेना के स्पेशल एयरक्राफ्ट से ब्रेन डेड शख्स का हार्ट पुणे भेजा गया। इसके अलावा किडनी और आंखें भी दान की गयी। सभी अंगों को सही समय पर गंतव्य तक पहुंचाने इंदौर में एक ही दिन में 3 ग्रीन कॉरिडोर बनाए गए। ब्रेन डेड शख्स के इस महादान से जहां किसी के सीने में फिर से दिल धड़क सकेगा तो किसी को नई रोशनी मिल पाएगी। दरअसल इंदौर के एक अस्पताल में भर्ती उज्जैन के आलू-प्याज व्यवसायी प्रदीप आसवानी ब्रेन डेड हो गए थे। प्रदीप का दिल अब देश की सेवा कर रहे 54 साल के जवान के दिल में धड़केगा। उनका हार्ट पुणे के एक अस्पताल में जिंदगी से जंग लड़ रहे भारतीय सेना के जवान को ट्रांसप्लांट किया जाएगा। बीते दिन विशेष जुपिटर हॉस्पिटल से एयरपोर्ट तक सुबह ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। हार्ट को देवी अहिल्याबाई होलकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहले से तैयार वायुसेना के स्पेशल एयरक्राफ्ट से पुणे के लिए रवाना किया गया। व्यापारी के हार्ट को लेने भारतीय सेना के एआईसीटीसी हॉस्पिटल के कार्डियक सर्जन कर्नल डॉ. सौरभ सिंह 8 सदस्यीय डॉक्टरों की टीम के साथ देर रात इंदौर पहुंचे थे। इसके बाद इंदौर की सोसाइटी फॉर ऑर्गन डोनेशन के सहयोग से 48वां ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। पारिवारिक स्वीकृति के बाद 4 डॉक्टरों के पैनल ने प्रदीप आसवानी का पहला ब्रेन स्टेम डेथ परीक्षण शनिवार 28 जनवरी को रात 11:55 पर किया। जबकि दूसरा ब्रेन स्टेम डेथ परीक्षण 29 जनवरी रविवार शाम 6:15 बजे किया गया। अंगों का आवंटन केंद्र सरकार के नियमों के मुताबिक वरीयता सूची के आधार पर किया गया। इसमें लिवर विशेष जुपिटर हॉस्पिटल, एक किडनी बॉम्बे हॉस्पिटल को और दूसरी किडनी चोइथराम हॉस्पिटल में इलाज रत रोगियों को दिए गए। वहीं, आंखें शंकर आई बैंक को दान की गयी।-