पुनर्वास के हजारों प्रकरण लम्बित नहीं दिया जा रहा ध्यान- मेधा पाटकर
बड़वानी जिले में इन दिनों भोंगर्या की धूम चल रही है, जिसके चलते मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का दौरा कार्यक्रम 6 मार्च को जिले के जुनाझिरा में बन रहा है, जिसको देखते हुए नर्मदा बचाओ आंदोलन भी सक्रिय नजर आ रहा है। आंदोलन की प्रमुख मेधा पाटकर ने प्रेस वार्ता आयोजित कर अपनी नाराजगी दिखाई। उन्होंने बताया कि आज भी पुनर्वास के हजारों प्रकरण लम्बित पड़े है, जिनको लेकर आयुक्त कार्यालय में हर दिन बात होती है लेकिन नतीजा कुछ नही है। उन्होंने कहा की पुनर्वास से जुड़े अब जिस अधिकारी कर्मचारी का तबादला होता है उसकी जगह नया नही आता और उसका स्थान खाली पड़ा हुआ रह जाता है। पुनर्वास अधिकारी एसडीएम को बना दिया जाता है जिनके पास न समय है न उन्हें किसी मामले की जानकारी, ऐसे में जिन लोगों के प्रकरण अटके है वो अटके ही पड़े है। मेधा पाटकर ने कहा कि जिन लोगों का पुनर्वास किया गया है वो भी अधूरा है लोग समस्याओं से जूझ रहे है जिन्हें भूखण्ड आवंटित किए है उन्हें भी रजिस्ट्रियां नही दी है उनका अधिकार नही है तो इसे कैसे पूरा पुनर्वास कहा जा सकता है। मेधा ने कहा की गुजरात चुनाव के दौरान सबने नर्मदा की बात की कटाक्ष भी किये लेकिन अब कोई बात नही करता उन्होंने कहा की गुजरात व मध्यप्रदेश के बीच विवाद है या नही ये उनकी जानकारी में नही है लेकिन हम मुख्यमंत्री से पूछना चाहेंगे की वो गुजरात सरकार से बात क्यों नही करते।