सलाम है इन महिला पुलिस अधिकारियों को जो अपराधियो को चटवाई धूल ! महिला दिवस स्पेशल
दुनियाभर में महिलाओं की ताकत और बहुमुखी प्रतिभा का जश्न मनाने का अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस से बेहतर मौका और क्या हो सकता है आज हम आपको ऐसी ही शख्सियतो के बारे में बताने जा रहे है जो महिलाओं के लिए एक उदाहरण के तौर पर पेश है जो पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ देशभक्ति का जज्बा लिए हैं ऐसी ही हैं सागर की महिला पुलिस अधिकारीये अपनी सभी पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ-साथ देशभक्ति, जन सेवा का जज्बा लेकर सागर जिले की जनसेवा के लिए समर्पित है जिले की ये सभी महिला पुलिस अधिकारी परिवार हो या शासकीय नौकरी जब घर का मुखिया कुशल और सक्षम हो तो कोई भी काम असंभव नहीं होते। हम बात कर रहे हैं पुलिस विभाग की उन महिला अधिकारीयो की जो कि लगातार अपने परिवार के साथ-साथ अपने संकल्प और कर्म को पूरा करते हुए जिले वासियों की सुरक्षा के लिए समर्पित हैं। पुलिस उपमहानिरीक्षक और जिले के पुलिस अधीक्षक तरुण नायक के मार्गदर्शन में जिले की महिला पुलिस अधिकारियों द्वारा लगातार कदमताल करते हुए अपने संकल्प और देशभक्ति के कर्म को बखूबी अंजाम दे रही हैं। ये हैं एडिशनल एसपी ज्योति ठाकुर , जो अपने कार्यों और संकल्प के साथ दिए गए दायित्वों को न सिर्फ बखूबी निभा रही हैं बल्कि अपने अधीनस्थ अधिकारी-कर्मचारियों के साथ-साथ परिवार को भी समय देते हुए कार्यों को संपादित कर रही हैं। ज्योति परिवार और सेवा के साथ-साथ अपनी लिखने की रुचि को भी प्रदर्शित करते हुए अनेक पुरस्कार हासिल कर चुकी हैं। उनकी पुस्तकों का विमोचन भी हो चुका हैं। इसी तरह अनुविभागीय अधिकारी पुलिस पूजा शर्मा ने देवरी में पदस्थ रहते हुए कई उल्लेखनीय कार्य किए है पूजा शर्मा लगातार लंबे समय से देवरी अनुभाग में अपराधियों को धूल चटाने का कार्य कर रही हैं। निरीक्षक उपमा सिंह वह पुलिस अधिकारी हैं, जिन्होंने कोरोना काल में गोपालगंज पुलिस थाने में पदस्थ रहकर 24 घंटे जिला चिकित्सालय एवं बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में अपने कर्तव्य को अंजाम देते हुए स्थिति को संभाला और कोरोना को मात देने में महत्ती भूमिका अदा की। उपमा सिंह अपने छोटे-छोटे बच्चों और परिवार के सदस्यों की जिम्मेदारियों को पूरा करते हुए अब देवरी में अपराधियों के लिए दुश्मन बनी हुई है। वहीं बात करे उप निरीक्षक कविता द्विवेदी की जो कि थाना प्रभारी बहरोल में है, जो गुमशुदा नाबालिग बालक- बालिकाओं की अधिकाधिक दस्तयाबी, स्थाई वारंट की तामिली, और महिला संबंधी अपराधो में त्वरित कार्यवाही कर अपराध नियंत्रण की कार्यवाही की । उपनिरीक्षक मनीषा तिवारी जो कि थाना रहली में पदस्थ है। मनीषा तिवारी के द्वारा नाबालिग 10 बालक-बालिकाओं की दस्तायाबी की गई। रहली अनुभाग के अंतर्गत थाना रहली, गढ़ाकोटा, सुरखी, सनोधा के अंतर्गत घटित होने वाली महिला संबंधी अपराधों की विवेचना उनके द्वारा की गई। उपनिरीक्षक प्रतिमा मिश्रा जो कि थाना बीना में पदस्थ है। उनके द्वारा वर्ष 2022 में नाबालिग 24 बालक - बालिकाओं की दस्तायाबी की गई। महिला डेस्क बीना में महिलाओं कि समस्याओ को सुनकर काउंसलिंग कर उनका निराकरण किया गया। बीना अनुभाग, खुरई के महिला संबंधी अपराध की विवेचना कर उनका समय पर निराकरण किया गया । निरीक्षक रीता सिंह महिला थाना प्रभारी सागर के पद पदस्थ है। पदस्थापना के दौरान महिला थाना में महिलाओं के विरुद्ध हो रहे अपराध दहेज प्रताड़ना, महिलाओं से संबंधी अपराध की विवेचना कर निराकरण किया गया। रीता सिंह के मार्गदर्शन और पहल पर परिवार परामर्श केंद्र के जरिये परिवार का परामर्श कर कई घर पुनर्स्थापित किये गए। समाज मे तेजी से फैल रहे देह व्यापार को रोकने के लिए लगातार मकरोनिया और सिविल लाइन क्षेत्र में स्पा सेंटर की आड़ में अनैतिक देह व्यापार की 7 कार्यवाही में नार्थ ईस्ट, जयपुर, दिल्ली की युवतियों पर कार्यवाही की गई है उप निरीक्षक किरण वटके 2018 से थाना बंडा, केंट, देवरी ओर वर्तमान में थाना छानबीला मे कार्यरत हैं। सभी थानों के महिला संबंधी अपराध, बालक बालिकाओं की दस्तयाबी, स्थाई वारंट तामिली, माइनर एक्ट की कार्यवाही पर की गई। उपनिरीक्षक संतोषी कनासिया थाना केण्ट में महिला डेस्क प्रभारी के पद पर पदस्थ है। उनके द्वारा पदस्थापना के दौरान महिला संबंधी अपराधों का निराकरण, महिला संबंधी वारण्ट की तामीली, गुमशुदा बालिकाओं की दस्तयाबी, ससुराल से प्रताड़ित व परेशान महिलाओं का पारिवारिक परामर्श कर निराकरण करना, थाना क्षेत्र के स्कूलों में जाकर बालक/बालिकाओं को महिला व सायबर संबंधी अपराधों की जानकारी देकर जागरूक करना और अपराध नियंत्रण की कार्यवाही की गई। वही आखिर में बात उप निरीक्षक ऋचा गर्ग की जो थाना राहतगढ़, कोतवाली, महिला थाना, केंट, गोपालगंज में पदस्थापना के दौरान इन थानों व अन्य थानों में जाकर गुमशुदा नाबालिग, बालक बालिकाओं की अधिकाधिक दस्तयाबी व जांच सक्रियता से की गई। अन्य थानों में भी, स्थाई वारंट की तामिली, ऒर महिला संबंधी अपराधो में त्वरित कार्यवाही कर अपराध नियंत्रण की कार्यवाही व समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाये गये। इस दौरान अपने कार्यकाल में सर्वाधिक वारंटी तामील पुरस्कार से इन्हे पुरस्कृत भी किया गया है।