सागर-छोटा करीला में नाचती हैं नचनारियां,मन्नतें पूरी होने पर लोग देते हैं दान || SAGAR TV NEWS ||
अशोकनगर के मां करीला मंदिर की तर्ज पर सागर में 5 साल पहले करीला मंदिर की स्थापना की गई थी. यहां माता के मंदिर में नच नारियों के द्वारा राई नृत्य किया जाता है रंग पंचमी पर यहां भव्य मेले का आयोजन किया जा रहा है, इस मेले में राई नृत्यांगनाओं के द्वारा बधाई नृत्य की प्रस्तुति दी जाती है. बधाई नृत्य वे लोग करवाते हैं, जिनकी मनोकामना इस मंदिर में आकर पूरी हो जाती है, बता दें कि सागर के राजीव नगर वार्ड में कुशवाहा समाज के द्वारा अशोकनगर में स्थित मां करीला मंदिर की तर्ज पर मंदिर का निर्माण कराया गया, जिसमें माता सीता, लव-कुश और ऋषि वाल्मीकि विराजमान हैं, इसके पास ही दूसरे मंडप में भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण के साथ प्रतिष्ठित हैं, इसलिए इसका नाम जानकी रमण मंदिर भी है.समिति के अध्यक्ष राजेश पटेल का कहना है कि अक्सर देखा जाता था कि करीला जाने के लिए लोगों को अशोकनगर तक का सफर पड़ता था, इस दौरान वाहनों में काफी भीड़ भाड़ होती थी और काफी परेशानी होती थी. इसके बाद भी माता के दर्शन नहीं हो पाते थे, इसलिए वैसा ही मंदिर राजीव नगर वार्ड में बनवाया गया है. अब उसी की तर्ज पर छोटा करीला धाम में मेले का आयोजन होता है, जिसमें नच नारियों को बुलाया जाता है, आगे बताया कि करीला माता के आशीर्वाद से जिन लोगों की मन्नतें पूरी हो जाती हैं, वे यहां पर बधाई करवाते हैं, उन्हें अब अशोकनगर करीला जाने की आवश्यकता नहीं होती है, यहीं करीला धाम है और यहीं करीला माता हैं. यहीं पर सबकी मनोकामनाएं भी पूरी हो रही हैं. रंग पंचमी पर यहां शहर और उसके आसपास के सैकड़ों लोग पहुंचते हैं, जिनमें काफी संख्या में महिलाएं भी रहती हैं.