8 श्रद्धालु नदी में ब-हे जिसमें चार लोगों की मौत हो गयी 4 लापता
मगरमच्छ के हमले से 8 श्रद्धालु चंबल नदी में बह गए। इनमें से रेस्क्यू टीम को अब तक 3 लोगों की डेड बाडी मिली है जबकि 5 लोग लापता हैं। गोताखोर उनकी तलाश कर रहे हैं। यह घटना मुरैना, श्योपुर और राजस्थान के बॉर्डर के बीच घटित हुई। मां कैला देवी के दर्शन करने राजस्थान जा रहे इस जत्थे में 17 लोगष्षामिल थे। इनमें 9 लोग सुरक्षित हैं। सभी लोग शिवपुरी जिले के तेंदुआ थानाक्षेत्र के चिलावद गांव के रहने वाले बताए जा रहे हैं।
इस मामले में टेंटरा थाना प्रभारी धर्मेंद्र मालवीय ने बताया कि सभी श्रद्धालु एक-दूसरे का हाथ पकड़कर नदी पार कर रहे थे। तभी मगरमच्छ के हमले से इनमें भगदड़ मच गई। बचने की जद्दोजहद में श्रद्धालु नदी बह गए। कुछ लोग गहरे पानी में चले गए। डेड बाडी पर मगरमच्छ के दांत के भी निशान मिले हैं। स्थानीय गोताखोर बोट के जरिए लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं। एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच गई है। राजस्थान का पुलिस-प्रशासन भी मौके पर है। बताया जाता है कि इस हादसे में धनीराम कुशवाहा, जानकी लाल कुशवाह और चेंऊं कुशवाह बच गए हैं। जबकि देवकीनंदन और महिला कल्लो की जान चली गई। एक की पहचान अभी नहीं हो सकी। वहीं, रुक्मणी, लवकुश, ब्रजमोहन, अलोपा बाई और रश्मि लापता हैं। मौके पर मुरैना कलेक्टर अंकित अस्थाना, एएसपी रायसिंह नरवरिया, सबलगढ़ एसडीएम मेघा तिवारी, एसडीओपी गुरुबचन सिंह सहित थाना प्रभारी धर्मेंद्र मालवीय सहित अन्य अफसर मौके पर पहुंचे। उन्होंने रेस्क्यू का जायजा लेकर पीड़ितों से चर्चा की। वही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है। साथ ही रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी के निर्देश दिए हैं। इस रेस्क्यू की मॉनिटरिंग भी की जा रही है।