सागर-देवी मां के इस मंदिर में दर्शन करने आते थे बाघ,देखिए || SAGAR TV NEWS ||
चैत्र नवरात्रि के पर्व पर माता मंदिरों में काफी भीड़ उमड़ रही है. सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं की कतारें लग जाती हैं लेकिन हम आज आपको ऐसे ही मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां के रक्षक गुफा में मौजूद अजगर दादा है और देवी मां के दर्शन करने के लिए बाघ आते थे. इसलिए आज भी गुफा के ऊपर बाघ की प्रतिमा बनी हुई है. सागर में हरसिद्धि माई का प्रसिद्ध बाघराज मंदिर है. कई साल पहले तक यह इलाका जंगलों से घिरा पहाड़ी पर हुआ करता था लेकिन पिछले सालों में हुए विकास और बसाहट होने की वजह से अब यह मंदिर शहर के बीच में आ गया है. बाघराज मंदिर में तीन रूप में माता हरसिद्धि विराजमान है. शहर भर के लोग माता के दर्शन को पहुंचते हैं. माता अपने भक्तों की सभी मुरादों को पूरा करती हैं. मंदिर के पुजारी पुष्पेंद्र महाराज बताते हैं कि 70- 80 साल पहले तक यहां पर घना जंगल हुआ करता था. हरसिद्धि माई पहाड़ी पर विराजमान थी मंदिर के नीचे गुफाएं हैं. गुफाओं में अजगर दादा रहते हैं जो लोगों की रक्षा करते हैं. कभी कभी प्रत्यक्ष रूप से उनके दर्शन हो जाते हैं. श्रद्धालु भी उनके दर्शन कर पाते हैं. उनको सिद्ध सन्यासी मानकर पूजा अर्चना की जाती है. अभी भी मंदिर के नीचे बनी गुफाओं को देखा जा सकता है. जब यहां पर बसाहट नहीं थी और लोग रास्ता भटक जाते थे तो यही बाघ किसी दूसरे रूप में उनके पास पहुंचकर उन्हें रास्ता दिखाते थे. उन्होंने कभी किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया. हमेशा लोगों की रक्षा ही करते रहे. धीरे-धीरे इस इलाके में बसाहट होती गई. कॉलोनियां बढ़ गई जिसकी वजह से मंदिर में चहल-पहल बढ़ी तो बाघ घूमने भी आना छोड़ दिया. इसके बाद मंदिर का जीर्णोद्धार भी किया गया