TOP_10_मध्यप्रदेश में 30 हजार खाली पद भरेगी सरकार, उपचुनाव से पहले बड़ी दाव || STVN INDIA ||
उपचुनाव से पहले मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री लगातार बड़े एलान कर रहे है। एक बार फिर उन्होंने कहा कि सभी विभागों के अफसरों को नियुक्ति की प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू करने के निर्देश दिए हैं। मध्यप्रदेश में गृह, राजस्व, जेल, लोक निर्माण, शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य विभागों में 30 हजार पद खाली पड़े हैं।
उपचुनाव से पहले भाजपा कांग्रेस दोनों ही किसान हितेषी साबित करने में लगी हुई है। उपचुनाव को देखते हुए सर्कार ने एक और बड़ा फैसला किया है। अब पीएम किसान सम्मान निधि के साथ किसान कल्याण निधि के 4 हजार जोड़कर 10 हजार रुपए साल तय कर दी है । 77 लाख किसानों के खाते में 25 सितंबर को दीन दयाल उपाध्याय जी के जन्मदिन पर ये राशि एक क्लिक में भेजी जाएगी । साथ ही छूटे हुए किसानो का डाटा एकत्रित किया जा रहा है।
किसान कर्जमाफी को लेकर प्रदेश में सियासत जारी है। किसान कर्जमाफी वाले मंत्री कमल पटेल के बयान पर यूँ टर्न लिया है। नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह का कहना है कि कांग्रेस ने प्रदेश में कोई कर्जमाफी नहीं की है। अधिकारियों ने गलत जानकारी दी है। मामले की जांच कर वाई जा रही हैं।
वही इसको लेकर कांग्रेस के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा अब मंत्री भूपेन्द्र सिंह कह रहे है कि अधिकारियों ने ग़लत जानकारी दी है,क़र्ज़ माफ़ी नहीं हुई।विधानसभा में सच्चाई स्वीकार ली,झूठ की पोल खुल गयी तो अब एक और झूठ ? यह तो विधानसभा की अवमानना है ? क्या शिवराजजी, कृषि मंत्री सब झूठे है ?
एक तरफ कोरोना का संक्रमण पूरे प्रदेश में पेर पसारता जा रहा है। इसको लेकर सरकार चिंता भी जाहिर करती दिख जाती है। लोगो से नियमो का पालन करने की अपील करती है लेकिन दूसरी तरफ सरकार के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा इस सब से परहेज किये हुए है। इंदौर में पत्रकारों से बात करते गृहमंत्री से कहा वह मास्क कभी किसी कार्यक्रम में लगाते ही नही है।
गृहमंत्री के इस तरह के बायण के बाद कांग्रेस ने नरोत्तम मिश्रा पर निशाना साधा लिखा कि मप्र के गृहमंत्री का घमंड सातवें आसमान पर, मास्क के सवाल पर कहा “मैं नहीं पहनता”; मोदी जी, क्या जनता भी महामारी के दौरान इसी तरह अपनी मर्ज़ी से नियम बना और तोड़ सकती है..?
उपचुनाव से पहले प्रदेश में नेताओं के बीच बयानबाजी तल्ख होती जा रही है। प्रदेश के गृहमनत्री नरोत्तम मिश्रा ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में 15 महीने कांग्रेस की सरकार रही कमलनाथजी मुख्यमंत्री रहे, उन्होंने गरीब के दर्द और पीड़ा को समझा ही नहीं। समझते भी कैसे- उद्योगपति हैं, बड़े आदमी के बेटे थे, सोने का चम्मच मुंह में लेकर पैदा हुए थे, गरीब का दर्द वे कहां जानते।
दमोह जिले के हटा में सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां बीमार पत्नी को ससुर ने ससुराल भेजने से मना कर दिया। तो गुस्साए पति ने ससुराल पक्ष के लोगो पर जानलेवा हमला कर दिया। जिसमें ससुर और साली की दर्दनाक मौत हो गई। वही उसकीपत्नी जिला अस्पताल में जिंदगी मौत से संघर्ष कर रही है घटना के कुछ देर बाद आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
एमपी के सागर जिले के केसली थाना क्षेत्र में ऑनलाइन पढ़ाई करते समय मोबाईल की बैटरी फट गई। जिससे पढ़ाई करने वाला कक्षा 12 वी का छात्र घायल हो गया है। उसके चेहरे और आँखों पर चोट आई है। जिसकी वजह से उसकी आँखे नहीं खुल रही है। फ़िलहाल अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।
उपचुनाव की तिथियों के ऐलान की संभावनाओं को देखते हुए राज्य सरकार ने मंगलवार देर रात 16 आईएएस अधिकारियों का तबादला कर दिया । इसमें सागर और ग्वालियर संभाग के कमिश्नर भी शामिल हैं , जो इसी माह रिटायर होने वाले थे । इन दोनों संभागों में उपचुनाव है । इसके साथ ही जबलपुर कमिश्नर महेशचंद्र चौधरी को भी हटाया गया है । चौधरी भी सितंबर में ही रिटायर हो रहे हैं ।