बागेश्वर धाम महंत ने बताया क्यों कैंसिल हुई मैहर की कथा, चुनावी साल में सबसे ज्यादा बाबाओं की डिमांड
क्यों कैंसिल हुई मैहर की कथा सुनिए बागेश्वर सरकार से !
चुनावी साल में सबसे ज्यादा दो बाबाओं की डिमांड, बागेश्वर धाम सरकार ने बताया क्यों कैंसिल हुई मैहर की कथा
मध्यप्रदेश के सतना जिले के मैहर में 3 से 7 मई तक तीन दिवसीय आयोजित बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा कैंसिल हो गई है. अब कथा कैंसिल होने के विवाद पर धीरेंद्र शास्त्री का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि मैहर की कथा कैंसिल नहीं हुई, इसकी तारीख को आगे बढ़ाया गया है. 3 मई की जगह कथा अगले साल जनवरी में होगी.बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि व्यस्तता और साधु संतों के निर्देश पर तारीख आगे बढ़ाया जाता है. संतों की आज्ञा का अवहेलना नहीं किया सकता. मैहर की जनता के बीच अब जनवरी में आऊंगा. अचानक कथा कैंसिल होने से सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूटा था. इसका आयोजन बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी करवा रहे थेबता दे कि मध्यप्रदेश में अगले 7 महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं। विधानसभा चुनावों को लेकर राज्य के दो मुख्य दल बीजेपी-कांग्रेस अपनी-अपनी तैयारियों में लगे हैं। इसी बीच राज्य में कथावाचकों को लेकर भी सियासत तेज हो गई है। राज्य के कई नेताओं ने पिछले एक साल से कथावाचकों का अपाइंटमेंट फिक्स कर रखा है। राज्य के दो कथाकार बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री और कुबेरेश्वर धाम के पंडित प्रदीप मिश्रा काफी डिमांड में हैं
वही हाल ही में विधायक नारायण त्रिपाठी ने भाजपा से बगावत करके विंध्य जनता पार्टी के नाम से नई पार्टी बना ली है. सियासी जानकार बताते है कि वे बहुचर्चित धीरेंद्र शास्त्री की कथा के जरिये विंध्य में अपनी सियासी जमीन मजबूत करना चाह रहे थे, जो शायद प्रदेश भाजपा को रास नहीं आया. राजनीतिक दबाव के चलते धीरेंद्र शास्त्री ने कथा कैंसिल कर दी. विधायक त्रिपाठी ने जारी बयान में कहा था कि आयोजन की तैयारियां अंतिम पड़ाव पर थी और कथा कैंसिल हो गई.