विधवा पत्नी की मांग में सिंदूर भरा कर दो साल बाद फिर बनी सुहागन पत्नी,मर कर भी जिंदा हुआ पति
क्या कोई मृत युवक जीवित हो सकता है, षायद नहीं लेकिन मध्यप्रदेश के धार जिले में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। दरअसल सरदारपुर का बड़वेली गांव के रहने वाले कमलेश की दो साल पहले कोरोना से जान चली गई थी। परिवार ने उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया था। लेकिन शनिवार सुबह अचानक से वह घर लौट आया, उसके जिंदा होने की खबर गांव में आग की तरह फैल गई। बेटे को जिंदा देख उसके बूढ़े पिता की आंख में आंसू आ गए। दो साल से विधवा का जीवन जी रही पत्नी के चेहरे की मुस्कान लौट आई। पूरा परिवार अपने गांव कड़ोदकला से बड़वेली पहुंचा। यहां कमलेश ने अपनी पत्नी की मांग भरी और एक बार फिर उसे सुहागन बना दिया। कमलेश के आने की जानकारी जब मीडिया को मिली तो परिवार ने मीडिया से दूरी बनाए रखी। लेकिन फिर भी कहा कि कमलेश ने परिवार को यह तो नहीं बताया कि उसके साथ क्या हुआ था। कोरोना से ठीक होने के बाद उसे कहीं पर ले जाया गया था, उस जगह का नाम तो उसे नहीं पता, लेकिन कोरोना खत्म होने के बाद भी उसे कोई इंजेक्शन दिया जाता था, जिसके बाद उससे पूरे दिन काम करवाया जाता था। हालांकि वह क्या काम करता था, ये भी उसे याद नहीं है। उसे इतना याद है कि उसे दो टाइम खाना और चाय दी जाती थी।