सागर-सजधज कर बैठी थी दुल्हन,दूल्हा भी वरमाला के लिए था तैयार,फिर अचानक पुलिस की एंट्री ने
दुल्हन को लेने दूल्हा रस्मो रिवाज करते हुए अपने घर से बारात लेकर आ गया था डीजे और बैंड बाजे के साथ धूमधाम से बारात भी लग चुकी थीं. शादी की शहनाई से सभी लोग खुश थे क्योंकि सब कुछ शांति से चल रहा था. बाराती भी खाना खाकर फ्री हो चुके थे. दूल्हा स्टेज पर जाकर बैठ गया था. तू बाराती नीचे कुर्सियों पर बैठ गई थी अब जयमाला होने के लिए दुल्हन आने का इंतजार होने लगा था. दुल्हन जयमाला लेकर आती कि उसके पहले शादी वाले मंडप में पुलिस की टीम आ धमकी. किसी को कुछ समझ में तो नहीं आया लेकिन लोग इधर-उधर जरूर हो गए. वही मंडप में पुलिस के पहुंचने से लोग सोच में पड़ गए कि आखिर शादी में पुलिस की क्या जरूरत पड़ गई. अचानक पुलिस क्यों आ गई क्या किसी ने बुलाया है आखिर हुआ क्या है लेकिन जब विशेष किशोर महिला पुलिस और चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम ने दुल्हन के दस्तावेज मांगे तो लोगों को कुछ कुछ समझ में आने लगा कि मामला बाल विवाह से जुड़ा हुआ है पहले तो मार्कशीट देने में आनाकानी की गई. और जब मार्कशीट सामने आई तो सारा का सारा राज सामने आ गया शादी की तैयारी 18 वर्ष से लड़की पूरे 9 महीने कम थी जो कानून के हिसाब से और उस दुल्हन के स्वास्थ्य के हिसाब से ठीक नहीं था बाल विवाह रोकने पहुंची टीम ने समझाइश दी और फिर आखिरकार दूल्हा बिना दुल्हन के ही बारातियों और बैंड बाजे के साथ अपने घर वापस लौट गया बता दें कि सागर जिले के सुर्खी के तहत आने वाले लिधौरा गांव में शाहपुर के गणेशगंज से यह बारात आई हुई थी जिसमें लड़का तो बालक था लेकिन दुल्हन नाबालिक निकली बाल विवाह रोकने वाली टीम को मुखबिर के द्वारा इसकी सूचना दी गई थी जिसके बाद टीम मौके पर पहुंची और इस शादी को रुकवाया है अब 9 महीने बाद अगले साल इस सभी को संपन्न कराया जाएगा.