सागर-मिशनरी आश्रम में बच्चों के नाम पर विदेशो से फंडिंग, जाँच में कई गड़बड़िया मिली
सागर के मिशनरी आश्रम में शराब के साथ क्या क्या मिला !
सागर-मिशनरी आश्रम में बच्चों के नाम पर विदेशो से फंडिंग, जाँच में कई गड़बड़िया मिली
राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो को सेंट फ्रांसिस सेवाधाम आश्रम का राज्य बाल आयोग के सदस्यों के साथ निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सेंट फ्रांसिस सेवाधाम में बिना पंजीयन के हॉस्टल का संचालन, विदेशों से डॉलर में उगाही और बच्चों को कई वर्षों से अपने परिजन से भी नहीं मिलने देने जैसी अन्य गड़बड़ियां मिली हैं। एक कमरे से 10 शराब की बोतलें भी मिली हैं। आयोग ने दो लोगों को पुलिस के हवाले भी किया है। अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने बताया कि सेंट फ्रांसिस सेवाधाम आश्रम में किशोर न्याय अधिनियम के तहत अलग-अलग प्रकार के संस्थान जैसे दिव्यांग, मानसिक रूप से कमजोर और बालक-बालिका छात्रावास सहित अन्य संचालित हो रहे हैं। इनमें से बालक छात्रावास के पंजीयन की जानकारी सही नहीं मिली है। बालिका छात्रावास में भी गड़बड़ियां मिली हैं। यहां संचालित हो रहे आधा दर्जन से अधिक संस्थान नियम विरुद्ध पाए गए। नियमानुसार बालिका और बालक छात्रावास अलग-अलग संचालित होना चाहिए लेकिन यहां ऐसा नहीं मिला। बालक छात्रावास पंजीयन अवधि पूर्ण कर चुका है। वहीं बालिका छात्रावास का पंजीयन ही नहीं मिला। यह किस आधार पर चलाया जा रहा है इसकी जानकारी नहीं दे सके। प्रियंक कानूनगो ने बताया कि सेवाधाम में दो हॉस्टल का भी संचालन हो रहा था। यह किस विभाग के तहत चल रहे हैं, इसकी जानकारी नहीं मिली। वही इसके बाद सेवाधाम के फादर ने इन सब आरोपों को गलत बताते हुए कहा की आश्रम में जो भी हुआ वह ठीक नहीं हुआ है,