सायबर ठगों ने महिला मेडिकल ऑफिसर से ठगे 38 लाख रुपए, जानिए क्यों डॉक्टर ने दी इतनी बड़ी रकम ?
साइबर ठगों के जाल में अब आम आदमी ही नहीं बल्कि उच्च शिक्षित भी फंस रहे हैं। ग्वालियर में एक महिला मेडिकल ऑफिसर को ठगों से सीबीआई अफसर बनकर 38 लाख की ठगी का शिकार बना डाला। 22 दिन तक महिला डॉक्टर को डिजिटल अरेस्ट में रखने के बाद पति को फोन कर कह दिया कि तुम्हारे साथ ठगी कर ली है, जाओ थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दो। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। मेडिकल ऑफिसर डॉ सुजाता बापट ने अपने साथ हुई 38 लाख रुपए की ठगी की शिकायत क्राइम ब्रांच में की है।
इसमें उन्होंने बताया कि ठगों ने उन्हें फोन कर मानव अंग की तस्करी में फंसाने की धमकी सीबीआई अफसर बनकर दी गई थी। ठगों ने उन्हें 22 दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर रखा। दरअसल ठग का 9 अप्रैल को उनके पास फोन आया और खुद को सीबीआई अफसर बताकर कहा कि आपने लखनऊ से म्यांमार के लिए पार्सल बुक किया है। जिसमें मानव अंग और 50 ग्राम एमडीएमए ड्रग भी निकला है। आप मानव अंगों की तस्करी करती हैं। डॉ सुजाता ने ऐसा करने से इनकार किया तो ठगों ने उन्हें पार्सल संबंधी कागजातों की फोटो भी भेजी। इससे वे खुद को मुसीबत में फंसा समझकर घबरा गईं।
वह इस कदर डर गईं कि ठगों की बातों में आकर वह 22 दिन तक घर से नहीं निकलीं। आरोपियों ने उन्हें डिजिटल अरेस्ट कर रखा था। उन्होंने ठगों के बताए अनुसार अपनी एफडी और लॉकर से राशि निकालकर बदमाशों के खातों में ट्रांसफर कर दी। सुजाता ने खुद को निर्दोष बताया तो ठगों ने उन्हें पुलिस थाना लखनऊ और सीबीआई के थाना कोर्ट में कनेक्ट किया। फिर उनका अरेस्ट वारंट सेट करने का झांसा देकर 10 अप्रैल को ही 10 अलग-अलग एफडी तुड़वाकर 35 लाख रुपये अपने खातों में आरटीजीएस करा लिए। किसी को इसके बारे में बताने पर उन्हें गंभीर परिणाम को धमकी दी गई।
26 अप्रैल को केस सेटल होने के बाद उन्हें रिलीव मिलने का भरोसा दिया और अकाउंट में बचे 3 लाख रुपए भी ठगों ने अपने यहां ट्रांसफर करा लिए। पार्सल में 20 पासपोर्ट, तीन क्रेडिट कार्ड, एक लैपटॉप, 50 ग्राम एमडीएमए, 4 किलो कपड़ा बताया गया था। उक्त मामले में हैरानी की बात यह है कि बाद में कथित रूप से सीबीआई अफसर बने राजीव गुप्ता और अजय यादव से महिला डॉक्टर के पति ने बात की तो उन्होंने खुद ही डॉक्टर दंपती को बताया कि उनके साथ फ्रॉड हो चुका है। अब वह इसकी शिकायत साइबर पुलिस को कर दें। यह सुनकर उनके पांव के नीचे से जमीन खिसक गई। यह पहला मौका नहीं है जब ठगों ने एक साथ इतनी बड़ी रकम की ठगी की है। दो महीने पहले रिटायर्ड व्याख्याता आशा भटनागर से भी इसी तरह 51 लाख की ठगी की जा चुकी है। सीएसपी अशोक जादौन ने बताया कि महिला डॉक्टर से 38 लाख की ठगी का मामला सामने आया है। जांच की जा रही है।