सागर - बिना JEE मैंस के ही इस मशहूर कॉलेज से करें B.Tech, बेहद कम पैसे में होगी पढ़ाई पूरी, जानें प्रक्रिया
सागर की सबसे पुरानी इंदिरा गांधी शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज मैं एडमिशन की प्रक्रिया जून माह की पहले सप्ताह से शुरू हो सकती है. मैथ्स ग्रुप से 12th पास करने वाली स्टूडेंट बीटेक करने के लिए दाखिला ले सकते हैं लेकिन इसके लिए जेईई मेंस का एग्जाम भी देना होता है वही जो बच्चे यह एग्जाम नहीं दे पाए हैं या इस एग्जाम में बैठने के बाद भी इसे क्वालीफाई नहीं कर पाए हैं तो उनके लिए भी इसमें एडमिशन लेने का सुनहरा अवसर है ऐसे छात्र पहले राउंड होने के बाद दूसरा राउंड की जब तारीख आएगी तो उसमें कियोस्क एमपी ऑनलाइन सेंटर से अपना रजिस्ट्रेशन करवाये और जब काउंसलिंग हो तो अपने दस्तावेज लेकर वहां उपस्थित हो तो उनके लिए भी सीट खाली होने पर बीटेक करने का मौका मिल सकता है अगर दूसरे राउंड में भी आपका एडमिशन नहीं हो पाया है तो आखरी सीएलसी राउंड में भी आप दस्तावेज लेकर कॉलेज पहुंच सकते हैं
सरकारी कॉलेज होने की वजह से यहां पर प्राइवेट कॉलेज से केवल आधी फीस में ही पढ़ाई हो जाती है वही ओबीसी एससी और एसटी के स्टूडेंट के लिए स्कॉलरशिप मिलती है साथ में ट्यूशन फीस भी सरकार के द्वारा दी जाती है ऐसे छात्रों का केवल 2450 रुपए से एडमिशन शुरू हो जाता है बाद में स्कॉलरशिप में फीस एडजस्ट होती रहती है, सामान्य वर्ग कि विद्यार्थियों के लिए 24350 रुपए प्रति वर्ष के हिसाब से फीस लगेगी
सागर के बहेरिया में स्थित इंदिरा गांधी शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के काउंसलिंग अधिकारी इंजी. गोविन्द राय ने बताया सिविल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग और इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी के कोर्स कर सकते हैं. सभी ट्रेड में 60-60 सीट हैं.
बता दे की मध्य प्रदेश में केवल पांच सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज है. जिसमें जबलपुर भोपाल रीवा सागर और नौगांव है. सागर में साल 1981 में इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना की गई थी इसके बाद से इसको संचालित किया जा रहा है.