सागर का ऐसा मंदिर जहां सांप दिखने पर बदल जाती है किस्मत ! नवरात्रि में दर्शन देते हैं अजगर दादा
शारदेय नवरात्रि शुरू होते ही एक तरफ जहां पंडालों में भव्य और दिव्य प्रतिमाएं विराजमान की जा रही है तो दूसरी तरफ देवी मंदिरो में भी सुबह से ही श्रद्धालुओं को ताँता लगा रहा, सागर शहर के प्रसिद्ध बाघराज मंदिर में हरसिद्धि माता विराजमान है, कहते है पहले यह इलाका घने जंगलो में था बाघ माता के दर्शनों को आते थे इसलिए इसका नाम बाघराज पड़ गया,
मंदिर परिसर में एक गुफा है. गुफा में भारी भरकम अजगर रहता है. यहां अजगर से डरने की बजाय लोग रोजाना उनकी पूजा करते हैं. गुफा के द्वार पर जल अर्पित कर पुष्प चढ़ाते हैं. क्षेत्रवासी इन्हें ‘अजगर दादा’ कहते हैं. मान्यता है कि नवरात्रि के समय जिसको भी इनके दर्शन हो जाएं, उसकी भाग्य बदल जाता है,
बताया जाता है कि मंदिर में अजगर दादा रक्षक के रूप में विराजमान हैं. कई दशकों से लोग यह चमत्कार देखते आ रहे हैं. जब भी नवरात्रि आती है या मंदिर परिसर में कोई बड़ा धार्मिक अनुष्ठान किया जाता है, तो काले सर्प या छोटे अजगर के रूप में अजगर दादा दर्शन देते हैं. इंसान उन्हें छू कर भी देख लेते हैं. प्रणाम कर लेते हैं. माता के मंदिर की यही सबसे बड़ी महिमा है.
मंदिर के पुजारी पुष्पेंद्र महाराज बताते हैं कि उनका पूरा बचपन यही बीता है. तब से लेकर अब तक मां भगवती के मंदिर में बाघराज दादा के रूप में प्रत्यक्ष चमत्कार देखने को मिलता है