MP | दो मंजिला मकान से आई तेज आवाज फिर पूरा गांव इसी तरफ दौड़ पड़ा लेकिन
MP | दो मंजिला मकान से आई तेज आवाज फिर पूरा गांव इसी तरफ दौड़ पड़ा लेकिन
दिवाली के लिए घर में पटाखे तैयार कर रहे एक परिवार में बड़ा हादसा हो गया जिसमे माँ बेटी की जान चली गई, प्रशासन के मुताबिक़ सिलेंडर फटने से मकान के मलबे में माँ बेटी डाब गई थी, 20 घंटे तक रेस्क्यू होने के बाद उनकी डेड बॉडी निकाली गई है मामला एमपी के मुरैना जिले का है,
यहां इस्लामपुरा में शनिवार को 2 मंजिला मकान में ब्लास्ट हुआ। आसपास के 4 मकान धराशाई हो गए। करीब 300 मीटर के दायरे में मलबे के टुकड़े गिरे। प्रशासन का दावा है कि ब्लास्ट सिलेंडर फटने से हुआ, लेकिन मौके से पटाखों के रैपर मिले हैं। वहीं, पड़ोसियों का कहना है कि ब्लास्ट बारूद के फटने से हुआ है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि धमाका इतना तेज था कि घर की पटियों की छत उड़ गई। कंकड़ मकान से लगभग 300 मीटर दूर पीपल वाली माता मंदिर के पास तक गिरे। आसपास मौजूद घरों की खिड़कियों में लगे शीशे टूट गए। ऐसा लगा कोई बम फट गया है। जिस मकान में विस्फोट हुआ वह गजराज सिंह राठौड़ के नाम पर है। तीन साल पहले गजराज ने जमील को मकान किराए पर दिया था। ब्लास्ट के समय वह घर में नहीं था। किचन में खाना बना रही पत्नी अंजुम बेगम (35) और बेटी साहिबा बानो (17) मलबे में दब गए।
दो बेटे अरबाज (12) और आर्य (10) स्कूल गए थे। लोगों को लगा कि दोनों बच्चे भी मलबे में दबे हैं, लेकिन शाम को वे लौट आए। दोनों अभी मामा के घर भिंड जिले में हैं। परिवार को प्रशासन की तरफ से अब तक कोई मदद नहीं मिली है। जमील पिज्जा का ठेला लगाता है। उसे पुलिस ने हिरासत में लिया है। पूछताछ में जमील ने बताया कि किचन में एलपीजी गैस के दो सिलेंडर रखे थे। एक भरा था और दूसरा आधा खाली था। उसके एक रिश्तेदार के पास पटाखा बनाने का लाइसेंस है। वह दिवाली पर पटाखा बनाने का काम करता है। घर में दो पेटी बारूद रखी थी। कुछ बारूद पिछले साल की बची थी।