सागर में फिर दिखी पोस्टर पॉलिटिक्स, पहले लगे थे 2 बाहर आते ही दिखे 8 कटआउट
सागर में फिर दिखी पोस्टर पॉलिटिक्स, पहले लगे थे 2 बाहर आते ही दिखे 8 कटआउट
सागर में भाजपा की राजनीति में तो उठापटक चल ही रही है, अफसर भी इसको हवा दे रहे हैं। ऐसा एक मामला खजुराहो में प्रधानमंत्री द्वारा किए जा रहे केन-बेतवा परियोजना के शिलान्यास के लाइव प्रसारण के दौरान पद्माकर सभागार में देखने को मिला।
यह शासकीय आयोजन था। इसमें जिले के सभी विधायकों को आमंत्रित किया गया था, लेकिन कटआउट सिर्फ दो के ही लगाए गए। जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव के थे। आयोजन से महज एक घंटे पहले ही हुए इस घटनाक्रम से सभी विधायक अनभिज्ञ थे। हालांकि उनके समर्थकों के माध्यम से यह बात उन तक पहुंची। साथ ही उन्हें यह भी समझ आ गया कि यह सब बिना विधायकों को बताए अपने स्तर पर ही अधिकारियों ने किया है।
जब पूर्व मंत्री, विधायक सहित अन्य लोग सभागार के अंदर हुए तब सिर्फ 4 ही कटआउट लगे थे। विधायकों तक यह बात पहुंचने की भनक जैसे ही अफसरों को लगी तो उन्होंने आनन-फानन में जिले के सभी आठों विधायकों के और कटआउट बनवाने डाल दिए। कार्यक्रम समाप्ति के बाद जब विधायक बाहर निकले तो सभी आठों विधायकों के कटआउट लगे दिखे। इससे साफ हो गया कि दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री के सामने फोटो लगी होने, न लगी होने का मामला उठने के बाद भी अफसरों ने फोटो-फ्लैक्स मुद्दे को संजीदगी से नहीं लिया है। मिनिट टू मिनिट कार्यक्रम भी नहीं बनाया गया।
बीते दिनों जब भाजपा के क्षेत्रीय संगठन मंत्री जामवाल सागर आए थे तब भाजपा के जितने भी विधायक बैठक में मौजूद थे, उन्होंने एक सुर में कलेक्टर, एसपी, जिला पंचायत सीईओ की शिकायत की थी। इसके बाद मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में पहुंचा था। मुख्यमंत्री ने इस मामले में स्पष्ट निर्देश दिए कि अफसर समन्वय बनाएं, दोबारा ऐसा विषय संज्ञान में न आए। बावजूद इसके जिले के अफसर समन्वय बनाने की पहल करते नजर नहीं आ रहे हैं।