Sagar-सरकारी वादे हवाहवाई, मेडिक्लेम की घोषणा करके भूल गई बिजली कंपनी
कितने सरकारी वादे समय पर पूरे होते हैं इसकी हकीकत तो सभी जानते हैं। सरकारी योजनाएं अकसर अफसरों की अनदेखी के कारण या तो ठंडे बस्ते में चली जाती हैं या उनका लाभ लोगों तक नहीं पहुंच पाता। ऐसा ही कुछ बिजलीकर्मियों के कैशलैस हेल्थ इंश्योरेंस के साथ हो रहा है। बिजलीकर्मियों को स्वास्थ्य बीमा का फायदा पहुंचाने सरकार द्वारा जिस कैशलैस स्कीम की घोषणा की गई थी वो आगे ही नहीं बढ़ पाई है।
सीएम डॉ.मोहन यादव की दिलचस्पी वाली इस स्कीम की घोषणा ऊर्जा मंत्री प्रद्मुन सिंह तोमर ने की थी। बिजलीकर्मी भी गंभीर बीमारियों के इलाज में इस योजना के मददगार साबित होने की आस लगाए हैं। वहीं सरकार की घोषणा के बाद बिजली कंपनियां इसे दबाकर बैठ गई हैं। अब बिजलीकर्मियों ने संगठन सरकार को इस योजना की याद दिलाने की तैयारी कर रहे हैं
बिजली कंपनियों के 90 हजार से ज्यादा अधिकारी_कर्मचारियों के लिए सरकार ने कैशलैस हेल्थ इंश्योरेंस की घोषणा की है। योजना के तहत बिजलीकर्मियों और उनके परिवार के आश्रित सदस्यों को लाभ के दायरे में रखा गया है। यानी स्वास्थ्य बीमा की इस स्कीम का लाभ तीन स्लैब में देने की व्यवस्था रखी गई है।
जिसमें 500 रुपए प्रतिमाह का प्रीमियम देने पर 5 लाख, 1000 रुपए मासिक प्रीमियम जमा करने पर 10 लाख और रुपए हर महीने 2000 प्रीमियम जमा करने पर 25 लाख रुपए का सालाना कैशलैस इश्योरेंस कराया जाना है। यानी लाभार्थी बिजलीकर्मी चुने गए स्लैब की राशि से अपना और परिजनों का उपचार करा सकता है