सागर एलिवेटेड कॉरिडोर में गड्ढों की भरमार, मेंटेनेंस के इंतजार में जनता परेशान
करीब 90 करोड़ की लागत से बने सागर एलिवेटेड कॉरिडोर का उद्घाटन दो साल पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्चुअली किया था। यह ब्रिज चकराघाट से दीनदयाल चौराहे तक बनाया गया था, जिससे शहर के ट्रैफिक दबाव को कम करने और जाम की समस्या को हल करने की उम्मीद थी। लेकिन, सिर्फ दो साल में ही कॉरिडोर की हालत खस्ता हो गई है। ब्रिज में जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं, जिससे राहगीरों और वाहन चालकों को परेशानी हो रही है।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बने इस कॉरिडोर का अभी तक कोई मेंटेनेंस नहीं हुआ है। सड़क पर गड्ढों की भरमार है, जिससे लोग झटके खाते है और गाड़ियों को साइड से निकालते हुए नजर आ रहे हैं। जब इस मामले में स्मार्ट सिटी के इंजीनियर राज सिंह से कुछ समय पहले बात की गई थी, तो उन्होंने कहा था कि मेंटेनेंस के लिए पत्र भेज दिया गया है और जल्दी काम शुरू होगा। लेकिन, समय बीतता जा रहा है, गड्ढे बढ़ते जा रहे हैं और मेंटेनेंस का काम अब तक शुरू नहीं हुआ। जब स्मार्ट सिटी के इंजीनियर राज सिंह अब बात करनी चाही तो अब वो फ़ोन नहीं उठा रहे है यानि आज गोल मॉल है भाई जैसी बात हो गई।
एके साथ ही एलिवेटेड कॉरिडोर के ठेकेदार नरेंद्र परमार से फोन पर बात करनी चाही तो उन्होंने भी फ़ोन नहीं उठा रहे है यानि या तो ये मेंटेनेंस का समय निकलने का इंतजार कर रही है या तो करना चाहते है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में करीब 3 करोड़ की अमानत राशि मेंटेनेंस के लिए जमा है, लेकिन प्रशासन की सुस्ती के कारण अब तक मरम्मत कार्य शुरू नहीं हुआ। इस कॉरिडोर पर पाथवे और लाइटिंग की सुविधाएं भी दी गई थीं, ताकि लोग आराम से पैदल भी चल सकें।
पर स्थानीय लोगों का कहना है कि कॉरिडोर बनने के बाद राहत जरूर मिली थी, लेकिन अब इसकी खस्ता हालत ने फिर से दिक्कतें बढ़ा दी हैं। कई जगह सड़क गड्डे हो गए है, जिससे दोपहिया और चारपहिया वाहनों के लिए खतरा बढ़ गया है। रोज़ इस रास्ते से गुजरने वाले वाहन चालकों का कहना है कि यदि जल्द मेंटेनेंस का काम नहीं हुआ तो यह सड़क और भी खतरनाक हो जाएगी। प्रशासन से मांग की जा रही है कि जल्द से जल्द इस पर कार्रवाई की जाए और गड्ढों को भरा जाए।
प्रशासन का कहना है कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के इंजीनियरों ने मेंटेनेंस के लिए पत्र भेजने की बात कही थी, लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। मेंटेनेंस के लिए 3 करोड़ की राशि जमा है, लेकिन निगम की ओर से काम कब शुरू होगा, इसकी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। गर्मी और बारिश में स्थिति और खराब हो सकती है, जिससे बड़ा हादसा भी हो सकता है।