पीने के पानी की मांग कर रहे लोगों पर एफआईआर दर्ज,FIR को सांसद ने बताया गलत | sagar tv news |
मध्य प्रदेश के खंडवा में पीने के पानी की मांग कर रहे लोगों पर एफआईआर दर्ज करने का मामला सामने आया है। रविवार को जसवाड़ी रोड पर बाहेती कॉलोनी की महिला और पुरुषों ने नलों में पानी नहीं आने को लेकर चक्का जाम किया था। जिसके बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम ने एफआईआर की धमकी दी थी। एसडीएम बजरंग सिंह बहादुर ने अपनी सफाई में कहा कि उन्होंने केवल समझाईश के तौर पर ही ऐसा कहा था, लेकिन सोमवार को जारी पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले में चक्का जाम कर विरोध कर रहे कॉलोनी के 8 लोगों सहित मौके पर पहुंचे निगम में विपक्ष के नेता पर भी मामला दर्ज किया गया है।
विरोध कर रही महिलाओं पर हुई FIR को खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने गलत बताया है। उन्होंने कहा, यदि ऐसा कुछ हुआ उसको भी संज्ञान में लेकर उन अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई करवाएंगे। जनता का हक अधिकार है, यदि उन्हें मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही है और मूलभूत सुविधाओं के लिए अगर लोग मांग करते हैं तो उनकी मांग उचित है, समस्या का समाधान करना हम जनप्रतिनिधियों और प्रशासन का काम है। खंडवा शहर के कई वार्डो में इन दिनों जल संकट की समस्या है। नर्मदा जल योजना की मुख्य पाइपलाइन पिछले 10 दिनों में तीन बार फुट चुकी है, जिससे जल सप्लाई बाधित हो रही है। इससे निपटने के लिए नगर निगम टैंकरों से पानी वार्डो में भेज रहा है, लेकिन लोगों का कहना है कि टैंकरों का पानी पीने योग्य नहीं है।
नगर निगम में विपक्ष के नेता दीपक राठौर ने कहा, खंडवा पहला शहर है जहां पानी मांगने पर FIR होती है। बार-बार पाइपलाइन फूटने के कारण शहर में जल संकट है, लोग पानी के लिए तरस रहे हैं। हम लोग पानी वितरण कंपनी के खिलाफ एफआईआर की मांग कर रहे हैं, लेकिन हमारे ऊपर FIR हो गई है। खंडवा में पानी की मांग पर FIR का मामला सामने आया है, जिसे खंडवा सांसद ने गलत बताया है। उन्होंने कहा कि जनता का हक अधिकार है कि वे मूलभूत सुविधाओं की मांग करें और समस्या का समाधान करना प्रशासन का काम है ।