Sagar- ताकत का भंडार है ये जंगली दाल, दोगुने-तिगुने दाम पर खरीद रहे सऊदी अरब के लोग
सागर से एक दाल सऊदी अरब तक जाती है. वहां के लोग इस दाल को दोगुने-तिगुने दाम पर खरीद रहे हैं. क्योंकि, ये दाल अब आसानी से नहीं मिलती. इसे ताकत, प्रोटीन का भंडार भी कहा जाता है, इस दाल की खेती बहुत कम की जाती है, लेकिन इसके गुणों के कारण यह दुनिया भर में लोकप्रिय हो रही है.
जंगली तुवर दाल को लुप्तप्राय अनाज में माना जाता है, लेकिन जिन किसानों के पास इसका बीज उपलब्ध है, वे न सिर्फ खुद इसकी खेती कर रहे हैं, बल्कि दूसरे किसानों को भी बीज और सलाह दे रहे हैं. इस दाल के प्राकृतिक गुण बने रहें, इसके लिए इसे हाथ की चक्की से तैयार किया जाता है. इसके लिए उन्होंने एक लो RPM की चक्की भी बनवाई है, जो हाथ चक्की की तरह ही काम करती है.
सागर के किसान आकाश चौरसिया बताते हैं कि वे लंबे समय से जैविक खेती पर काम कर रहे हैं. उन्होंने मल्टी लेयर फार्मिंग की तकनीक भी ईजाद की है, जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें युवा किसान मित्र के सम्मान से नवाजा है. एक बार उन्हें जंगल में तुवर दाल के बीज मिले थे, जिसके बाद उन्होंने जंगली तुवर दाल को तैयार किया. धीरे-धीरे बीज बनाकर किसानों को वितरित किया.
2 साल पहले मल्टी लेयर फार्मिंग का प्रशिक्षण देने के लिए आकाश सऊदी अरब गए थे, तब उन्होंने तुवर दाल के फायदे के बारे में जानकारी दी थी. इससे उत्साहित होकर वहां के लोगों ने सैंपल की डिमांड की थी. सैंपल भेजने पर उन्हें काफी पसंद आया और अब सीधा एक कंटेनर दाल की डिमांड की गई है, जिसे तैयार किया जा रहा है.