सागर-तेज़ बहाव में कार में सवार फँ-से तीन युवकों को सुरक्षित निकाला,SDOP बंडा की तत्परता और 5 युवकों की बहादुरी से
सागर जिले के बंडा पुलिस अनुविभाग क्षेत्र में बुधवार को एक बड़ा हादसा उस समय टल गया, जब उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के मड़ावरा से लौट रही ब्रीजा कार UP15 CJ 6464 तेज़ बहाव वाले नाले में बह गई। कार में सवार तीन युवकों में से दो किसी तरह बाहर निकल आए, लेकिन तीसरा युवक कार में फँस गया था। इस संकट के समय SDOP बंडा प्रदीप वाल्मीकि की तत्परता और पाँच स्थानीय युवकों की बहादुरी ने मिलकर एक अनमोल जीवन बचा लिया।
घटना 09 जुलाई 2025 की शाम लगभग 4 बजे, अरविंद सिंह लोधी, राहुल राज और धर्मेंद्र अहरवार नाले के रिपटे यानि छोटी पुलिया पर पहुँचे। जलभराव और तेज बहाव के बावजूद, उन्होंने वाहन निकालने का प्रयास किया। अचानक गाड़ी फिसलकर नाले में गिर गई और कुछ दूरी पर बहाव में फँस गई।
राहुल राज और धर्मेंद्र अहरवार तो किसी तरह तैरकर बाहर निकल आए, लेकिन अरविंद सिंह लोधी गाड़ी में फँसे रह गए और उनकी जान पर बन आई। इसी दौरान, बंडा क्षेत्र के गजेंद्र लोधी, अभिषेक लोधी, सुखराम यादव, अशोक यादव और राजा यादव मौके पर पहुँचे। उन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए पानी में छलांग लगाई और बहादुरी के साथ अरविंद सिंह लोधी को बाहर निकाला। इन पाँचों युवकों का साहस और ज़िम्मेदारी समाज के लिए मिसाल बन गया।
घटना की जानकारी मिलते ही SDOP प्रदीप वाल्मीकि खुद घटनास्थल पर पहुँचे। उन्होंने तुरंत राहत कार्य का नेतृत्व किया, स्थानीय पुलिस बल को निर्देश देकर यातायात को रोका, और पानी के उतरने तक पुलिया पर सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात किया। उनकी त्वरित कार्रवाई और सूझबूझ से इस क्षेत्र में किसी अन्य दुर्घटना को भी रोका जा सका। यह घटना बताती है कि किस तरह SDOP प्रदीप वाल्मीकि जैसे ज़िम्मेदार अधिकारी, स्थानीय युवकों की बहादुरी और पुलिस बल के सामूहिक प्रयास से बड़ी दुर्घटना को रोका जा सकता है।
पुलिस अधीक्षक सागर श्री विकास कुमार शाहवाल के मार्गदर्शन में बंडा पुलिस ने जनसुरक्षा को सर्वोपरि रखा और इसे साकार किया। पुलिस कंट्रोल रूम, सागर का संदेश यह सन्देश जनसहयोग और पुलिस की तत्परता से ही बनता है सुरक्षित समाज