Sagar- चरनोई भूमि पर अतिक्रमण से, संकट में मवेशियों का पेट, परेशान पशुपालकों ने प्रशासन से लगाई गुहार
सागर जिले के देवरी विकासखंड की ग्राम पंचायत कुसमी के अंतर्गत ग्राम सुरादेही में चरनोई भूमि पर हो रहे अतिक्रमण से पशुपालकों की परेशानियां बढ़ गई हैं। गांव में मवेशियों के लिए चारा चरने की भूमि लगभग समाप्त हो चुकी है, जिससे मवेशी दर-दर भटकने को मजबूर हैं और खेतों में घुसकर किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार, पहले गांव में पर्याप्त चरनोई भूमि थी, जिससे मवेशियों को कोई परेशानी नहीं होती थी। लेकिन अब दबंग किसानों द्वारा चरनोई की जमीन पर कब्जा कर खेती की जा रही है। सुरादेही गांव में करीब ढाई सौ एकड़ चरनोई भूमि पर अतिक्रमण हो चुका है। यहां तक कि शासकीय तालाबों में भी बारगा लगाकर कब्जा किया गया है।
जामुनपानी निवासी राजाराम लोधी ने बताया कि चरनोई भूमि पूरी तरह कब्जे में है, मवेशियों को चारा चराने के लिए कहीं जगह नहीं बची है। सुरादेही निवासी देवेंद्र सिंह लोधी ने भी प्रशासन से मांग की कि अतिक्रमण हटाने की तत्काल कार्रवाई की जाए। पटवारी मोहित पचौरी ने बताया कि कुसमी गांव की अतिक्रमण सूची तैयार हो चुकी है, अब सुरादेही की भी सूची बनाई जा रही है। अतिक्रमणकारियों को हटाने के लिए आवेदन तहसीलदार कार्यालय को सौंपा जाएगा। ग्राम पंचायत कुसमी के सचिव विष्णु उपाध्याय ने कहा कि कलेक्टर के निर्देश पर अतिक्रमण के प्रकरण बनाकर बेदखली की कार्यवाही की जा रही है। देवरी तहसीलदार श्रीमती प्रीति रानी चौरसिया ने भी आश्वासन दिया है कि राजस्व विभाग द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जल्द की जाएगी।